भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या के राम मंदिर में एक बार फिर सुरक्षाकर्मियों ने संभावित साज़िश को नाकाम कर दिया। दर्शन के बहाने मंदिर में एक मुस्लिम महिला को हिरासत में लिया गया है। महिला की पहचान महाराष्ट्र के वर्धा निवासी "इरिम" के रूप में हुई है। यह मामला शुक्रवार ( 2 मई 2025) का है।
बता दें कि इरिम पूरी तरह सिर और चेहरा नीले रंग के कपड़े से ढँककर मंदिर में दाखिल हुई थी। जैसे ही वह मंदिर से बाहर आ रही थी, पुलिस ने उसकी गतिविधियों को संदिग्ध मानते हुए उसे एग्जिट पॉइंट पर रोक लिया। पूछताछ के दौरान वह पुलिस से बहस करने लगी और जवाब देने में टालमटोल करती रही।
इरिम को महिला थाने ले जाया गया, जहाँ उसके परिवार से संपर्क किया गया। परिजनों ने दावा किया कि वह मानसिक रोगी है और अक्सर घर से निकल जाती है। लेकिन सवाल यह उठता है कि एक मानसिक रूप से अस्थिर महिला इतना संगठित होकर उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में कैसे पहुँच गई?
याद दिला दें कि इससे पहले 6 जनवरी को एक व्यापारी जयकुमार को कैमरा लगे चश्मे के साथ मंदिर की जासूसी करते पकड़ा गया था। 3 मार्च को अब्दुल नामक आतंकी राम मंदिर पर हैंड ग्रेनेड से हमला करने की योजना बनाते हुए गिरफ्तार हुआ था।
राम मंदिर सिर्फ एक आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि भारत के आत्मसम्मान और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। पाकिस्तान से लेकर देश के अंदर बैठे कुछ कट्टरपंथी गुट लगातार इस मंदिर को निशाना बनाने की फिराक में रहते हैं।