मध्य प्रदेश के रायसेन जिले की एक महिला पुलिस उपनिरीक्षक को प्रेम और शादी के नाम पर गंभीर धोखे का सामना करना पड़ा। भोपाल निवासी एक युवक ने खुद को हिंदू नाम 'अमन सिंह' बताकर उससे नज़दीकियां बढ़ाईं और शादी कर ली। लेकिन शादी के एक साल बाद सामने आया कि वह वास्तव में 'इश्तिहाक अहमद' नाम का व्यक्ति है।
महिला एसआई ने बताया कि उनकी मुलाकात 2019 में भोपाल में तैनाती के दौरान युवक से हुई थी। शुरुआत में उसने खुद को एक हिंदू युवक बताया और दोस्ती को रिश्ते में बदलने की बात कही। विवाह के बाद 2020 में जब एक प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री हुई, तब महिला को असली नाम 'इश्तिहाक अहमद' का पता चला।
नाम उजागर होने के बाद महिला ने वैवाहिक जीवन को बचाने की कोशिश की, लेकिन इश्तिहाक का व्यवहार दिनों-दिन आक्रामक होता गया। वह अक्सर महिला के साथ हिंसक झगड़े करता और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करता रहा।
19 फरवरी 2025 को महिला ने मंडीदीप थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शुरू में यह मामला घरेलू हिंसा के रूप में दर्ज किया गया। लेकिन तीन महीनों तक यह मामला दबा रहा। हाल ही में जब भोपाल में हिंदू युवतियों के साथ धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग के मामलों को लेकर जन आक्रोश बढ़ा, तब पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया।
एसपी पंकज कुमार पांडे ने बताया कि आरोपी इश्तिहाक अहमद भोपाल के जहांगीराबाद इलाके में एक कैफे का संचालन करता है। शुक्रवार को उसे पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया। उस पर धोखाधड़ी, घरेलू हिंसा और मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
औबेदुल्लागंज की एसडीओपी शीला सुराणा ने जानकारी दी कि महिला एसआई अपने बेटे की खातिर इश्तिहाक के साथ रह रही थी। लेकिन जब हिंसा असहनीय हो गई, तब उसने कानूनी रास्ता चुना।