उत्तर प्रदेश का इटावा एक बार फिर 'लव जिहाद' की साजिश का गवाह बना है। ऊसराहार थाना क्षेत्र के कदमपुर गांव में 19 वर्षीय B.Sc छात्रा ने मज़हबी दबाव और शादी के ज़बरदस्ती से परेशान होकर जहर खा लिया। शुक्रवार (2 मई 2025) सुबह सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में इलाज के दौरान उसने अंतिम सांस ली।
छात्रा के परिवार ने गांव के युवक रिजवान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार का कहना है कि आरोपी धर्म परिवर्तन और निकाह के लिए लगातार दबाव बना रहा था। रिजवान की मजबूरी और धमकियों से टूटकर छात्रा ने 24 अप्रैल को आत्मघात कर लिया।
मां को भी धमकी, परिवार पर भी मानसिक हमला
जानकारी के मुताबिक, जब पीड़िता की मां ने रिजवान की मां से इस व्यवहार पर बात की तो स्पष्ट इंकार मिला। मृतका के भाई ने बताया कि रिजवान लगातार मैसेज भेजकर मानसिक रूप से परेशान कर रहा था। पूरे परिवार पर इस्लाम अपनाने और रिश्ता कबूल करने के लिए दबाव डाला जा रहा था।
पुलिस बनी 'ढाल', आरोपियों को बचाने का आरोप
स्थानीय लोगों और परिजनों का आरोप है कि ऊसराहार थाने के प्रभारी मंसूर अहमद ने शुरुआत में रिजवान को बचाने की कोशिश की। न तो कार्रवाई हुई और न ही आरोपी की गिरफ्तारी। जनता का गुस्सा तब फूटा जब छात्रा ने दम तोड़ा। अब पुलिस ने रिजवान समेत दो आरोपियों को हिरासत में लिया है, लेकिन कार्रवाई को लेकर जनता में अब भी आक्रोश है।
इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा ने कहा है कि मृतका के पिता की तहरीर पर FIR दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू कर दी गई है। गांव और अस्पताल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि माहौल न बिगड़े।
(यदि आपको सहारे की ज़रूरत है या आप किसी ऐसे इंसान को जानते हैं, जिसे मदद की जरूरत है, तो कृपया अपने नज़दीकी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें)