रविवार (4 मई 2025) को सुदर्शन न्यूज के बिंदास बोल मे एक विशेष मेहमान थे। उनका नाम सलीम वास्तिक है। अब वास्तिक हो चुके सलीम कभी अहमद टाइटल लगाया करते थे। हमारे प्रधान संपादक डॉ सुरेश चव्हाणके जी से खास चर्चा मे सलीम ने वो तमाम कारण बताए जो उनके इस्लाम त्यागने की वजह बनीं। सलीम ने सीधी चुनौती उन तमाम कट्टरपंथियों को दी जो इस्लाम के नाम पर लोगों को आतंकी तक बन जाने पर मजबूर कर रहे हैं। यह पूरा शो आप नीचे लिंक पर देख सकते हैं।
डॉ सुरेश चव्हाणके जी से बातचीत के दौरान सलीम वास्तिक ने बताया कि इस्लामी आतंकियों द्वारा जो बम हिंदुओं पर फेंकने के लिए बनाया गया था उसकी चपेट मे उनका ही मामा का बेटा आ गया था। पूर्व सलीम अहमद ने इसी शो मे आगे बताया कि जहाँ सऊदी अरब के मुस्लिम कट्टरता से दूर हो रहे हैं तो वहीं उसके उलट भारतीय नए नवेले लोग मजहब का ठेका लिए घूम रहे हैं। बताया यह भी गया कि मदरसों मे हिंदुओं के खिलाफ नफरत सिखाई जाती है। यही नफरत सलीम को भी बचपन मे सिखाई गई थी।
इसी शो मे डॉ सुरेश चव्हाणके ने कहा कि हरी चादर पर डाला गया एक भी रुपया हिंदुओं के लिए कफन खरीदने मे काम आता है। यह लाइन सुनते ही सलीम ने कई जगहों पर अचानक उग आई मजारों की पोल खोल दी। सलीम ने कहा कि मजारों को महज पैसे कमाने और लैंड जिहाद की साजिश से बनवाया जाता है। इन मजारों पर रात को वहाँ के खादिम पैर रख कर सो जाते हैं क्योंकि उनको पहले से पता होता है कि अंदर कोई नहीं है। सलीम का दावा है कि वो हरियाणा मे खुद एक नकली मजार बनवा चुके हैं जहाँ आजकल बहुत भीड़ लगती है।
सुदर्शन न्यूज पर सलीम का दावा है कि जिस दिन सभी मुस्लिम अपनी मजहबी किताबों को सही से पढ़ लेंगे तभी वो अपने मूल धर्म मे लौटना शुरू कर देंगे। इसी शो मे सलीम ने आगे बताया कि कट्टरपंथी मौलवी और मौलाना नए नवेले लड़कों को यहाँ का घर परिवार 'फ़ानी दुनिया' कह कर बरगलाते हैं। बकौल पूर्व मुस्लिम सलीम मदरसों मे जन्नत को ही असली दुनिया कह कर उसी की तरफ बढ़ने के लिए उकसाया जाता है। उन्होंने मदरसों पर सख्ती की भी माँग उठाई है । सोशल मीडिया पर सलीम के इस शो को बेहद पसंद किया जा रहा है। अधिकतर नेटीजेन्स ने सलीम की हाँ मे हाँ मिलाई है और कहा है कि वो उनकी बातों से सहमत हैं ।