Anchor: आज 28 नवंबर को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में जिहादी कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी का शो रद्द कर दिया गया है... पुलिस ने संबंधित ऑडिटोरियम को फारुकी के शो को रद्द करने का निर्देश देते हुए साफ कहा है कि वह एक विवादित व्यक्ति है और कई राज्यों ने उसके कॉमेडी शो पर प्रतिबंध लगाया हुआ है और उसके शो करने से कानून व्यवस्था खराब हो सकती है.
कॉमेडी के नाम पर हिंदू आस्थाओं के खिलाफ जहर उगलने वाला मुनव्वर फारुकी आज यानि रविवार शाम को शाम 5 बजे बेंगलुरु में ‘डोंगरी टू नोव्हेयर’ शो करने वाला था दिल्ली के कर्टेन्स कॉल्स इवेंट के विशाल धूरिया और सिद्धार्थ दास ने बेंगलुरु में इस कार्यक्रम का आयोजन किया था.
बेंगलुरु में मुनव्वर फारुकी के शो की जानकारी सामने आने के बाद प्रखर हिन्दुत्ववादी संगठन श्रीराम सेना और हिंदू जनजागृति समिति समेत तमाम हिंदू संगठनों ने जिहादी कॉमेडियन फारुकी के खिलाफ बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त को शिकायत दी थी. सभी ने मुनव्वर फारुकी पर हिंदू देवताओं का अपमान करके हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया था.
हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा इस शो के खिलाफ पुलिस-प्रशासन से दखल देने की अपील की गई थी... इसके बाद बेंगलुरु की थाना अशोक नगर पुलिस ने शो को रद्द करने के लिए दिल्ली स्थित इस शो के आयोजक कार्टेन कॉल इवेंट के मालिक विशाल धुरिया को पत्र लिखा था
पत्र में कहा गया था कि कॉमेडियन फारूकी एक विवादित व्यक्ति है और दूसरे धर्म के खिलाफ और देवताओं पर अभद्र टिप्पणी कर विवाद पैदा कर चुका है. इसको लेकर उसके खिलाफ कई राज्यों में केस दर्ज किए गए हैं. पुलिस ने कहा है कि शहर की शांति भंग ना हो, इसलिए इसके शो को रद्द किया जाए. इसके बाद भी अगर शो को आयोजित किया जाता है तो आयोजकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
आपको बता दें कि पिछले दो महीने में जिहादी कॉमेडियन का ये 12वां शो था जिसे रद्द किया गया है. शो रद्द होने के बाद मुनव्वर फारुकी ने विक्टिम कार्ड खेलते हुए कहा है कि “नफरत जीत गई है और लगता है कि यह अंत है”. बता दें कि मुनव्वर फारुकी ने कॉमेडी के नाम पर कई बार हिंदू देवी देवताओं का मजाक उड़ाया है.
आज शो रद्द होने के बाद जो फारुकी विक्टिम कार्ड खेल रहा है कि नफरत जीत गई, उसने गोधरा ट्रेन में जिहादी भीड़ द्वारा ज़िंदा जला दिए श्रीरामभक्तों का भी कॉमेडी के नाम पर मजाक उड़ाया. कॉमेडी के नाम लगातार हिंदुओं व हिंदू आस्थाओं के खिलाफ जहर उगल रहे मुनव्वर फारुकी को इस वर्ष की शुरुआत में जेल भी जाना पड़ा था.