उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से सीएम योगी के आते उनका बुलडोजर दहशत मचाना शुरू कर चुका है. जहां-जहां गुंडो और माफियाओं के अवैध घर और जमीने हैं वहां योगी का बुडोजर चल रहा है. वहीं इसी कड़ी में जनपद मुरादाबाद के पाकबड़ा के गिंदौड़ा गांव निवासी नसीरुद्दीन उर्फ नासिर इलेक्ट्रिशियन का काम करता था उसके मकान पर योगी का जब बुलडोजर चला तो उसने अपने सारे काले कारनामों के राज खोल दिए. अब आप यह सोच रहे होगे की आखिर एक इलेक्ट्रिशियन ऐसा क्या काला कारनामे करता होगा जो उसके मकान पर योगी का बुलडोजर चला. तो चलिए हम आपकों बताते हैं....
पुलिस ने दिल्ली एनसीआर और आस-पास के जनपदों से वाहन चोरी करने के साथ ही काटकर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। जानकारी के अनुसार इस मामले में पाकबड़ा पुलिस ने छह आरोपितों को गिरफ्तार करने के साथ ही 12 के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की। नासिर पहले कुछ भी बताने को तैयार नहीं था। पाकबड़ा थाना प्रभारी रंजन शर्मा ने थाने में बुलडोजर बुलाने के साथ ही उसे आरोपित के घर में चलाने का निर्देश दिया तो आरोपित ने सभी राज उगल दिए। बदमाशों के खिलाफ दिल्ली के साथ ही अमरोहा, रामपुर, बदायूं, सम्भल के साथ ही मुरादाबाद के अलग-अलग थाने में चोरी के मुकदमे दर्ज हैं।
बताया जा रहा है कि पकड़े गए आरोपितों के पास से दस चोरी की कार और 40 चोरी की गई गाड़ियों के कटे हुए पार्ट्स बरामद हुए। गिंदौड़ा गांव निवासी नसीरुद्दीन उर्फ नासिर इलेक्ट्रिशियन का काम करने वाला ही इस पूरे गैंग का सरगना है. वह इस काम को दो साल से अंजाम दो रहा था. अपने काम अंजाम देने के लिए उसने गांव के बाहर जंगल में गोदाम बनाया था, जहां पर चोरी के वाहनों को एकत्र करने के साथ ही उनको काटकर बेचा जाता था। पुलिस ने छह आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। पुलिस के अनुसार बरामद की गई गाड़ियों और पार्ट्स की कीमत लगभग दो करोड़ रुपये है।
बुधवार को पुलिस लाइन सभागार में जानकारी देते हुए एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि मंगलवार को पाकबड़ा पुलिस ने गोपनीय सूचना मिली थी कि गाड़ियों को चोरी करके कैलसा रोड के गिंदौड़ा गांव के पास बने गोदाम में एकत्र किया जा रहा है। पाकबड़ा थाना प्रभारी रंजन शर्मा ने पुलिस टीम के साथ छापेमारी की। इस दौरान गोदाम के अंदर के से चोरी करके लाई गईं दस कार के साथ ही 40 गाड़ियों के कटे हुए पार्टस बरामद किए गए। पुलिस ने इस मामले में नसीरुद्दीन उर्फ नासिर निवासी गिंदौंड़ा ने बताया कि वह चोरी के वाहन खरीदकर उन्हें काटकर बेचने का काम करता है।
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि लाकडाउन के दौरान उसका संपर्क अमरोहा के डिडौली निवासी मुनवा उर्फ मुन्ना, अली अहमद उर्फ गुप्ता व रिजवान से हुआ था। यह लोग आस-पास के जनपदों के साथ ही दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद से गाड़ी चोरी करके लाते थे, इसके बाद उसे कम दाम में बेच देते थे। गोदाम में रखने के बाद इन गाड़ियों को काटकर इनके पार्ट्स फुटकर दाम में बेचे जाते थे। पहले तीन लोगों के साथ मिलकर काम शुरू किया था। फायदा अधिक होने के बाद इस काम में सम्भल जनपद के सहसपुर निगोला निवासी मुहम्मद सालिम, जुम्मा, शाने आलम भी चोरी की गाड़िया लाकर बेचने लगे थे।
जानकारी दी गई कि पुलिस ने नसीरुद्दीन से पूछताछ के आधार पर शाहिद निवासी पायती खुर्द थाना डिडौली जनपद अमरोहा, रियाजुल निवासी पतई खालसा थाना डिडौली जनपद अमरोहा, इमरान निवासी चौधरपुर थाना डिडौली जनपद अमरोहा, फुरकान निवासी उत्तमपुर बहलोलपुर निवासी मझोला जनपद मुरादाबाद, अरमान निवासी पतई खालसा थाना डिडौली जनपद अमरोहा को गिरफ्तार करने की कार्रवाई। एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि इस मामले में अभी छह आरोपित फरार हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।