राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र शुक्रवार की सुबह अचानक बदले मौसम के मिजाज से हलकान हो गए। तेज़ हवाओं के साथ शुरू हुई बारिश ने कुछ ही घंटों में कई इलाकों को पानी-पानी कर दिया। सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई, जगह-जगह पेड़ गिर पड़े और ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई।
बारिश के कहर से सिर्फ आम जनजीवन ही नहीं, बल्कि हवाई यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कई उड़ानों के संचालन में बाधा आई। दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटी के मुताबिक, खराब मौसम की वजह से कुछ विमानों को डायवर्ट करना पड़ा और कई फ्लाइट्स में देरी हुई।
मिंटो ब्रिज बना पानी का तालाब, वाहन चालक परेशान
बारिश का सबसे ज्यादा असर अंडरपास इलाकों में देखने को मिला। मिंटो ब्रिज के नीचे पानी का इतना भराव हो गया कि बाइक और ऑटो वहीं बंद हो गए। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि मौसम जरूर ठंडा हो गया है, लेकिन अंडरपास में फंसी गाड़ियां और रास्ता अवरुद्ध होने से लोगों की परेशानी कई गुना बढ़ गई है।
तेज हवाओं ने ली मासूमों की जान, एक परिवार पर टूटा कहर
द्वारका ज़िले के जाफरपुर कलां क्षेत्र में तेज़ हवाओं के कारण नीम का एक पेड़ खेत में बने एक ट्यूबवेल के कमरे पर गिर पड़ा। हादसा इतना भयानक था कि कमरे की छत ढह गई और भीतर मौजूद 26 वर्षीय महिला ज्योति अपने तीन बच्चों के साथ मलबे में दब गई। दिल्ली पुलिस को तड़के 5:26 बजे पीसीआर कॉल से सूचना मिली। फायर ब्रिगेड की टीम ने सभी को मलबे से निकाला और अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया। परिवार का एक अन्य सदस्य अजय गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज जारी है।
प्रशासन अलर्ट, मंत्री ने मौके का लिया जायज़ा
बारिश के बाद हालात की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली सरकार में मंत्री प्रवेश वर्मा खुद सुबह से ही मैदान में उतरे। उन्होंने मिंटो ब्रिज समेत कई इलाकों का निरीक्षण किया और सोशल मीडिया पर बताया कि सभी पंप सक्रिय हैं, हालांकि एक पाइप फट गया था जिसे ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि आगामी मॉनसून को देखते हुए नालों की सफाई और जलनिकासी की व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है।