एक बार फिर महाराष्ट्र के पुणे की सड़कों पर जिहादी मानसिकता का खूनी तांडव देखने को मिला है। शहर के मार्केट यार्ड क्षेत्र में पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे एक हिंदू युवक पर खुलेआम दरांती से हमला कर दिया गया, केवल इसलिए कि वह अपने दोस्तों के साथ हमलावर के घर के पास खड़ा था। घटना गुरुवार (1 मई 2025) की है। ये हमला सिर्फ एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि पूरे हिंदू समाज की चेतना पर है।
घटना के शिकार बने हैं सुमित साखरे एक होनहार, मेहनती युवा, जो पिछले दो वर्षों से महाराष्ट्र पुलिस में भर्ती के लिए जी-जान से तैयारी कर रहा था। लेकिन उसके सपनों को दरांती से काट डाला गया... और कटवाया 'सोहेल बागवान' ने।
घटना की शुरुआत उस समय हुई जब सुमित अपने कुछ दोस्तों के साथ मार्केट यार्ड इलाके में खड़ा था। तभी सोहेल आया और सवाल किया- "तुम लोग मेरे घर के पास क्यों खड़े हो?" बस, इतना पूछना ही काफी था! कुछ ही देर में यह सवाल एक खौफनाक हमले में बदल गया।
सोहेल अपने घर से तेजधार दरांती लेकर आया और सुमित के सिर पर जानलेवा वार करने दौड़ा। लेकिन सुमित ने जैसे-तैसे अपनी जान बचाने के लिए हाथ उठाया, पर वह हाथ ही कट गया। चार उंगलियां और पूरी हथेली गहरे घाव से लहूलुहान हो गई। हालत ऐसी हो गई कि डॉक्टरों को 125 टांके लगाने पड़े।
सरकारी अस्पताल में तड़पता रहा घायल युवक
इतनी भयानक चोट के बाद भी जब सुमित को ससून अस्पताल ले जाया गया, तो वहां भी चार घंटे तक युवक बिना इलाज के तड़पता रहा, कोई डॉक्टर इलाज को तैयार नहीं था। अंततः परिवार को मजबूरी में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
पुलिस का लचर रवैया
हैरानी की बात तो यह है कि इस जानलेवा हमले के बाद भी पुणे पुलिस ने जिहादी हमलावर सोहेल पर सिर्फ मामूली धाराएं लगाकर खानापूर्ति कर दी। क्या यही है पुणे में हिंदू युवाओं की सुरक्षा? क्या ऐसे खुलेआम हमलावरों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है?
घटना के बाद पूरे मार्केट यार्ड इलाके में आक्रोश है। स्थानीय लोगों ने सवाल उठाया है- "क्या पुणे में हिंदुओं की जान की कोई कीमत नहीं?" आज सुमित पर हमला हुआ है, कल किसी और बेटे पर दरांती चल सकती है। क्या जिहादी मानसिकता से लड़ने के लिए हिंदू समाज को खुद सड़कों पर उतरना पड़ेगा?
सुमित साखरे और उसका परिवार केवल न्याय नहीं, गंभीर धाराओं में मुकदमा और फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग कर रहा है। हिंदू संगठन भी इस मामले को लेकर सड़कों पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं। यह सिर्फ एक युवक पर हमला नहीं, यह चेतावनी है कि अगर अब भी आंखें बंद रहीं, तो अगला वार किसी और बेटे पर होगा।