भारतीय सेना की उत्तरी कमान को अब एक नया नेतृत्व मिल गया है। लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने मंगलवार को जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (GOC-in-C), उत्तरी कमान का पदभार विधिवत रूप से संभाल लिया। यह वही कमान है जो जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जैसे रणनीतिक और संवेदनशील इलाकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालती है।
लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा भारतीय सेना के उन वरिष्ठ अफसरों में से हैं, जिन्हें बेहतरीन सैन्य सेवाओं और अद्वितीय नेतृत्व क्षमता के लिए जाना जाता है। NDA खडकवासला, IMA देहरादून और डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन के छात्र रहे जनरल शर्मा को दिसंबर 1987 में मद्रास रेजीमेंट में कमीशन मिला था। वे नेशनल डिफेंस कॉलेज, नई दिल्ली से भी प्रशिक्षित हैं।
LOC से लेकर वेस्टर्न फ्रंट तक का अनुभव
जनरल शर्मा का सैन्य अनुभव बेहद समृद्ध और निर्णायक रहा है। उन्होंने LoC पर इन्फेंट्री बटालियन, ब्रिगेड और डिवीजन की कमान संभाली है, साथ ही पश्चिमी सेक्टर में स्ट्राइक कॉर्प्स का नेतृत्व भी किया है। यही नहीं, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र मिशन में स्टाफ ऑफिसर के रूप में सेवाएं दी हैं और आर्मी हेडक्वार्टर में कई महत्वपूर्ण पदों पर भी काम किया है।
रणनीति के मास्टर, DGMO और डिप्टी चीफ रह चुके हैं
लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा मिलिट्री ऑपरेशंस निदेशालय और मिलिट्री सेक्रेटरी ब्रांच में अहम जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। हाल ही में वे डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) और डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (स्ट्रैटेजी) जैसे अति महत्वपूर्ण पदों पर थे।
"सेना के पराक्रम को और आगे ले जाऊंगा": GOC-in-C
पदभार ग्रहण करते ही जनरल शर्मा ने सेना के सभी जवानों और अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि वह अपने पूर्ववर्तियों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनके नेतृत्व में उत्तरी कमान से आतंकवाद पर और अधिक निर्णायक प्रहार की उम्मीद की जा रही है।