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चीन के एप्स बंद होने से स्वदेशी एप्स पर क्या प्रभाव पड़ा है, जानिए

चीनी एप्स बंद होने के 18 महीने बाद स्वदेशी एप्स की मांग बढ़ने लगी है। स्वदेशी मोबाइल ऐप के क्षेत्र में बदलाव आने लगे हैं। वहीं दूसरी तरफ भारतीय बाजारों में चीनी एप्स की हिस्सेदारी में भी कमी देखने को मिल रही है।

Raj mahur
  • Sep 15 2021 12:07PM
चीनी एप्स बंद होने के 18 महीने बाद स्वदेशी एप्स की मांग बढ़ने लगी है। स्वदेशी मोबाइल ऐप के क्षेत्र में बदलाव आने लगे हैं। वहीं दूसरी तरफ भारतीय बाजारों में चीनी एप्स की हिस्सेदारी में भी कमी देखने को मिल रही है। लेकिन, चीनी एप्स की जगह ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया और हांगकांग सहित अन्य देशों के गेमिंग एप्स की मांग बढ़ने लगी है। मोदी सरकार ने सीमा पर तनाव के कारण टिकटॉक, वीचैट समेत चीन के 59 एप्स पर मार्च 2020 में रोक लगा दी थी। जिसके कारण चीनी गेम मार्केट पर काफी असर पड़ा है। 

रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार, भारत में चीनी एप्स के प्रतिबंध के एक माह पहले तक देश की टॉप 10 कंपनियों में 50 फीसदी कंपनियां चीन की थीं। इसमें 20 फीसदी हिस्सेदारी स्वदेशी कंपनियों की थी। जिसमें सबसे टॉप पर आरोग्य सेतु एप था। केंद्र सरकार के प्रतिबंध के फैसले के बाद बाजार में तेजी से भारतीय एप निर्माता कंपनियों की रैकिंग बढ़ती चली गई। सितंबर तक एप एनी में टॉप 10 एप में से 60 फीसदी पर भारतीय निर्माताओं का ही वर्चस्व बरकरार रहा है।

देश में एक समय टिकटॉक जैसे एप का दबदबा था। इस एप ने शॉर्ट वीडियो के मामले में फेसबुक को भी कड़ी टक्कर दी थी। टिकटॉक के बहुत ही कम समय में 11.9 करोड़ ग्राहक बन गए थे। सितंबर के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, आज शॉर्ट वीडियो बनाने के मामले में टॉप 10 एप्स में 60 फीसदी एप्स भारतीय कंपनियों के हैं। इसमें एमएक्स टकाटक, मौज, शेयरचैट और जोश आदि शॉर्ट विडियो एप शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर एप्स ने पिछले साल टिक टॉक के बैन होने के बाद से शुरू की थी। वहीं चीनी गेमिंग एप पबजी ने लगभग देश के हर घर में जगह बना ली थी। एक समय ऐसा था जब 3.4 करोड़ भारतीय रोजाना इसे खेलते थे और इसे 17.5 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया था। एप एनी के अनुसार टॉप 10 गेमिंग एप्स में केवल मुंबई की एक कंपनी द्वारा बनाया गया, एक गेम लूडो किंग पहले पायदान पर है। वहीं चीनी एप की जगह ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया और हांगकांग सहित अन्य देशों के गेमिंग एप्स ने ले ली है।

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