पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने जबरदस्त पलटवार किया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम की इस गुप्त और सटीक सैन्य कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद कई आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। हमले में जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के कई परिजन भी मारे गए हैं, जिससे पाकिस्तान में हलचल मच गई है।
भारतीय हमले के बाद कुख्यात आतंकी मसूद अजहर ने एक चिट्ठी जारी की, जिसमें उसने गहरा दुख जताया और लिखा, "कभी-कभी लगता है, इस हमले में मैं भी खत्म हो जाता।" उसके इस बयान ने यह साफ कर दिया कि ऑपरेशन सिंदूर का मनोवैज्ञानिक प्रभाव आतंकियों पर कितना भारी पड़ा है।
भारतीय वायुसेना की कार्रवाई में बहावलपुर स्थित जैश के मुख्यालय को भी निशाना बनाया गया। इस हमले में मसूद अजहर की बड़ी बहन, मौलाना कशफ का परिवार, और मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते-पोतियाँ मारे गए। सुभान अल्लाह परिसर को भी विस्फोटों से ध्वस्त कर दिया गया।
जैश-ए-मोहम्मद ने बयान जारी कर बताया कि मारे गए परिवारजनों का अंतिम संस्कार आज ही किया जाएगा। आतंकी संगठन ने स्वीकार किया है कि उनके कई महिला और बच्चे सदस्य भी इस हमले में मारे गए हैं, जबकि कुछ गंभीर रूप से घायल हैं।
'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद को कहीं भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वो सीमा पार हो या उसके भीतर। इस कार्रवाई ने पाकिस्तान और उसके आतंकी संगठनों को सख्त चेतावनी दी है कि भारत की चुप्पी अब बीते दिनों की बात हो चुकी है।