22 अप्रैल को पहलगाम में हुए निर्दोष नागरिकों पर बर्बर आतंकी हमले और फिर भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान व POK में किए गए जवाबी हवाई प्रहार के बाद भारत सरकार ने देशभर में सुरक्षा मोर्चा और मज़बूत करना शुरू कर दिया है। इसी के तहत आज गृह मंत्रालय ने 244 ज़िलों में एक साथ सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की है।
कई राज्यों में यह अभ्यास दोपहर 4 बजे से शुरू हो गया, जबकि कुछ इलाकों में शाम 7 या 7:30 बजे इसका संचालन किया जाएगा। विभिन्न ज़िलों में ड्रिल अलग-अलग समय पर की जा रही है।
ड्रिल का उद्देश्य: खतरे की घड़ी में तैयारियों की परख
इस राष्ट्रव्यापी अभ्यास का मकसद आपात स्थितियों में नागरिकों की भागीदारी और प्रशासनिक मशीनरी की तत्परता का परीक्षण करना है।
इस ड्रिल में शामिल हैं:
-हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाना
-बंकरों और सुरक्षात्मक खाइयों का पुनर्निर्माण
-ब्लैकआउट और बिजली कटौती की प्रक्रिया का मूल्यांकन
-आपातकालीन निकासी और सुरक्षित स्थानों की पहचान
-संचार नेटवर्क और चेतावनी प्रणाली की जांच
दिल्ली और राजस्थान में दिखा हाई अलर्ट मूड
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शाम चार बजे बड़ी सख़्ती के साथ मॉक ड्रिल करवाई गई। वहीं जयपुर के एमआई रोड पर भी सुरक्षाबलों की मौजूदगी में मॉक अभ्यास किया गया और नागरिकों को दिशा-निर्देश दिए गए।
मुंबई में रेलवे स्टेशन पर मॉक ड्रिल का रियल टाइम प्रदर्शन
महाराष्ट्र में मुंबई के CSMT स्टेशन पर केंद्रीय रेलवे की सिविल डिफेंस यूनिट ने एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया।
रेलवे के CPRO डॉ. स्वप्निल निला के अनुसार, "ड्रिल का उद्देश्य न सिर्फ रेलवे स्टाफ की तत्परता को जांचना था बल्कि यात्रियों को भी जागरूक करना था कि संकट की घड़ी में कैसे सतर्क और सुरक्षित रहा जाए।"
अमृतसर में दो चरणों में अभ्यास, फेक न्यूज फैलाने वालों पर डीसी की चेतावनी
पंजाब के अमृतसर में डीसी साक्षी सहनी ने बताया कि ड्रिल दो स्तरों पर आयोजित होगी—एक शाम 4 बजे, दूसरा रात 10:30 बजे।
रात वाली ड्रिल में संपूर्ण ब्लैकआउट किया जाएगा और नागरिकों से कहा गया है कि वे लाइटें बंद रखें।
डीसी ने साथ ही अफवाह फैलाने वालों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा, "कोई भी भ्रामक जानकारी फैलाने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जनता केवल प्रशासन से जारी किए गए आधिकारिक निर्देशों पर ही भरोसा करे।"