पहलगाम में निहत्थे सैलानियों पर 22 अप्रैल 2025 को हुए बर्बर हमले के बाद अब भारत ने सख्त जवाब दिया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों के अड्डों को निशाना बनाकर जबरदस्त स्ट्राइक की। इस कार्रवाई ने न केवल देश के गुस्से को शांत किया, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी प्रतिक्रियाओं की लहर दौड़ा दी।
भारतीय वायुसेना ने मंगलवार (6 अप्रैल 2025) की रात लगभग 1:30 बजे पाकिस्तान में मौजूद लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के 9 ठिकानों पर एकसाथ हमला कर उन्हें ध्वस्त कर दिया। ये वही आतंकी संगठन हैं जिनका नाम लगातार भारत में हुए बड़े हमलों में आता रहा है।
इज़रायल का खुला समर्थन
भारत में इज़रायल के राजदूत रूवेन अजार ने इस ऑपरेशन का समर्थन करते हुए कहा कि इज़रायल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा, “आतंकियों को यह समझ लेना चाहिए कि अब उनके लिए दुनिया में कोई सुरक्षित जगह नहीं बची है।”
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ऑपरेशन सिंदूर पर प्रतिक्रिया दी। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि भारत का जवाब तय था और इस तरह की घटनाएं शर्मनाक हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत और पाकिस्तान के बीच यह टकराव जल्द समाप्त होगा।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से संयम बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में किसी भी तरह का सैन्य टकराव वैश्विक शांति के लिए खतरा बन सकता है।
पहलगाम हमले के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट संकेत दिए थे कि आतंकियों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। उन्होंने बिहार की एक जनसभा में कहा था, “अब समय आ गया है जब आतंक के आखिरी ठिकानों को भी मिटा दिया जाए। 140 करोड़ भारतीयों की ताकत आतंक की रीढ़ तोड़कर रख देगी।”