भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अब यह टकराव केवल सीमाओं तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि साइबर क्षेत्र में भी घुस चुका है। आज यानी सोमवार को 'पाकिस्तान साइबर फोर्स' नाम के एक्स खाते ने दावा किया कि उसने भारत की सैन्य इंजीनियरिंग सेवा और मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान (MP-IDSA) से जुड़ा संवेदनशील डाटा चुरा लिया है। इसके अलावा, भारत सरकार के अधीन काम करने वाली आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड (AVNL) की वेबसाइट को भी हैक करने की कोशिश की गई।
इस साइबर हमले के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए वेबसाइट को एहतियातन ऑफलाइन कर दिया गया। फिलहाल वेबसाइट की साइबर ऑडिट चल रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि डाटा कितना प्रभावित हुआ है।
हैकर्स ने कुछ रक्षा कर्मियों की निजी जानकारी और लॉगिन विवरण तक पहुंच बना ली है। हालांकि, इस हमले के प्रभाव की पूरी जांच जारी है और अभी तक किसी बड़े डाटा लीक की पुष्टि नहीं की गई है। साइबर सुरक्षा एजेंसियों ने निगरानी बढ़ा दी है और किसी भी अन्य संभावित हमले को रोकने के लिए इंटरनेट पर सक्रियता से नजर रखी जा रही है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। 22 अप्रैल को हुए हमले में 26 लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई थी, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे। इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के लिए सार्क वीजा छूट को रद्द कर दिया, सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया और डाक सेवाओं को भी रोक दिया।
रक्षा मंत्री और शीर्ष सुरक्षा एजेंसियों ने साइबर सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही है। इस घटनाक्रम ने स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान की रणनीति अब डिजिटल मोर्चे पर भारत को अस्थिर करने की भी है। भारत ने इस चुनौती का मुकाबला करने के लिए अपने साइबर ढांचे को और सशक्त बनाने की प्रक्रिया तेज कर दी है, ताकि भविष्य में ऐसे किसी भी हमले को समय रहते रोका जा सके।
भारतीय सेना की आधिकारिक साइट 100 फीसदी सुरक्षित है। उसमें तो घुसपैठ नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए हैकर्स अपने बॉस को दिखाने के लिए सेना से संबंधित स्कूलों की वेबसाइट पर हमले जारी रखे हुए हैं। पिछले गुरुवार को आर्मी पब्लिक स्कूल नगरोटा और आर्मी पब्लिक स्कूल शुंजुवा की वेबसाइट को डीफेस करने की कोशिश की गई थी। इन दोनों वेबसाइट्स को पाकिस्तानी हैकर्स ने हैक करने की कोशिश की।