छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले कुछ समय से रात के अंधेरे में सुनियोजित तरीके से बकरियाँ चोरी करने की वारदातें सामने आ रही थीं। इन घटनाओं से आमजन की इस चिंता को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक कबीरधाम धर्मेंद्र सिंह (IPS) के मार्गदर्शन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल एवं पंकज पटेल के पर्यवेक्षण में एक विशेष टीम गठित कर इन वारदातों के पीछे छिपे गिरोह की तलाश प्रारंभ की गई।
पुलिस द्वारा तकनीकी साक्ष्य, सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण से यह पता चला कि एक संगठित गिरोह बिलासपुर जिले के मोपका, मंगला एवं मगरपारा क्षेत्रों से संचालित हो रहा है, जो कबीरधाम जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों को निशाना बनाकर अब तक लगभग 80 से अधिक बकरियों की चोरी कर चुका है। चोरी की गई अधिकांश बकरियों को आरोपियों ने बिलासपुर स्थित मटन दुकानों में बेचदिया जबकि 16 बकरियाँ सुरक्षित बरामद की गईं। चोरी के लिए आरोपी विशेष रूप से मॉडिफाइड इनोवा गाड़ी का इस्तेमाल करते थे जिसमे आसानी से लोगों की नजरें बचाकर अधिक संख्या में बकरियां चुराकर रखी जा सकती हैं।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम निम्नानुसार हैं:
1. शब्बीर खान पिता रहीम खान उम्र 20 वर्ष, वार्ड क्रमांक 47, मोपका चिल्हाटी, बिलासपुर
2. गौरव धूरी पिता दिनेश धूरी उम्र 20 वर्ष, मोपका चिल्हाटी, बिलासपुर
3. मनीष पटेल पिता गेंदराम पटेल उम्र 25 वर्ष, मगरपारा, बिलासपुर
4. सोहेल खान पिता शेख अब्दुल्ला उम्र 20 वर्ष, मंगला चौक, बिलासपुर
5. अजय सोनवानी पिता राजेंद्र सोनवानी उम्र 29 वर्ष, बजरंग चौक, बिलासपुर
6. सहबान खान पिता अब्दुल रहमान उम्र 27 वर्ष, चिल्हाटी, बिलासपुर
7. शाहीद खान पिता अब्दुल रहमान उम्र 19 वर्ष, चिल्हटी, बिलासपुर
पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे बकरियों को चोरी करने के बाद रात में ही अपने क्षेत्र ले जाकर मटन दुकानों के माध्यम से बेच देते थे और गिरोह के कार्य करने का तरीका सुनियोजित, तेज गति से वाहन में भरकर और मोबाइल का सीमित उपयोग करते हुए तकनीकी निगरानी से बचने वाला था, लेकिन कबीरधाम पुलिस की टीम की सजगता और समन्वय से उन्हें पकड़ा गया।
प्रकरण से संबंधित अपराध का विवरण:
* थाना कुकदुर: अपराध क्रमांक 57/2025, धारा 331(2), 305(ए) BNS
* थाना कवर्धा: अपराध क्रमांक 183/2025, धारा 305(ए), 331(1) BNS
* थाना पंडरिया: अपराध क्रमांक 04/2025, धारा 331(4), 305(ए) BNS
इस सफलता में पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (IPS)के कुशल नेतृत्व और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल एवं पंकज पटेल के रणनीतिक मार्गदर्शन की अहम भूमिका रही। वहीं, एसडीओपी पंडरिया भूपत सिंह धनेश्री, एसडीओपी बोड़ला अखिलेश कौशिक एवं एसडीओपी कवर्धा कृष्ण कुमार चंद्राकर ने समन्वय स्थापित करते हुए तीन थानों की सूचनाओं को जोड़कर गिरोह की कड़ी को जोड़ा। थाना प्रभारी कवर्धा निरीक्षक लालजी सिन्हा, थाना प्रभारी कुकदुर निरीक्षक जे एल शांडिल्य एवं थाना प्रभारी पंडरिया निरीक्षक नितिन तिवारी ने अपनी सजगता और सतत कार्यवाही से अपराधियों को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मनीष मिश्रा एवं उनकी टीम द्वारा तकनीकी विश्लेषण से गिरोह की पहचान व लोकेशन ट्रैकिंग कर सफलता सुनिश्चित की गई। टीम में शामिल ASI बंदे सिंह मरावी, ASI दर्शन साहू, ASI राजकुमार चंद्रवंशी, ASI संजीव तिवारी,ASI चंद्रभूषण साहू, हेड कांस्टेबल अमित चंद्रवंशी, चुम्मन साहू, अभिनव तिवारी, राजेश्वर कोसारिया, आरक्षक धर्मेंद्र मरावी, संतोष, जलेश्वर धुर्वे, अभिषेक शर्मा, अमित गौतम, राजू चंद्रवंशी, अजय कुमार, गज्जू सिंह एवं टीम ने लगातार मेहनत कर इस अभियान को सफलता तक पहुँचाया।
बकरी चोरी कोई छोटी घटना नहीं है, यह ग्रामीण गरीब परिवारों की आजीविका पर सीधा हमला है। कबीरधाम पुलिस द्वारा इस गिरोह को बेनकाब करने की कार्यवाही यह संदेश देती है कि अब जिले में ऐसे अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। कबीरधाम पुलिस द्वारा ऐसे अन्य संगठित गिरोहों की पहचान कर लगातार कार्रवाई की जा रही है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में कबीरधाम पुलिस द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाइयों से अपराधियों में दहशत का माहौल बना है। जिला पुलिस द्वारा हाल ही में एक अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ कर कई हायवा वाहन बरामद किए गए, जिसमें हरियाणा, राजस्थान और उत्तरप्रदेश से जुड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ। इसी के साथ साइबर ठगी के मामलों में फर्जी सिम गिरोह की धरपकड़, IPL में ऑनलाइन सट्टा खिलने और खिलने वालों पर शिकंजा तथा मारपीट और अवैध शराब की बिक्री करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई कर कबीरधाम पुलिस ने यह साबित कर दिया है कि अपराध चाहे जो भी हो – छोटा या बड़ा – जिले में अब कोई भी अपराधी सुरक्षित नहीं। चोरी, ठगी, लूट, मारपीट, या संगठित गिरोह – कबीरधाम पुलिस सब पर एक जैसी सख्ती के साथ कार्रवाई कर रही है। यह अभियान निरंतर जारी रहेगा।