उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है. गांव निलौनी स्थित एक मस्जिद में छिपकर बैठे इमाम मोहम्मद गजनफर ने सोशल मीडिया पर जहरीला और भड़काऊ वीडियो साझा कर माहौल को बिगाड़ने की साजिश रची. लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस की मुस्तैदी ने एक और कट्टरपंथी मंसूबों को नाकाम कर दिया.पुलिस ने शनिवार (3 मई 2025) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार इमाम मोहम्मद गजनफर मूल रूप से बिहार के अररिया जिले का रहने वाला है और चुपचाप ग्रेटर नोएडा के गांव निलौनी में इमाम बनकर बैठ गया. लेकिन मस्जिद के अंदर से वह जहर उगल रहा था. उसने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई सांप्रदायिक झड़पों का एक पुराना वीडियो तीन महीने पहले सोशल मीडिया पर डाला था. वीडियो जिसमें सीधे तौर पर धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश की गई थी.
हालांकि उस समय यह वीडियो चर्चा में नहीं आया, लेकिन हाल ही में जैसे ही वह वीडियो दोबारा वायरल हुआ, इलाके में तनाव फैल गया. पुलिस ने मामले की गंभीरता को भांपते हुए तुरंत कार्रवाई की और तकनीकी जांच में साफ हो गया कि वीडियो फैलाने वाला कोई और नहीं बल्कि मोहम्मद गजनफर ही है. फिर क्या था कानून ने तुरंत अपना काम किया और कट्टरपंथी इमाम को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया.
पुलिस प्रशासन ने साफ कर दिया है कि उत्तर प्रदेश में अब कोई भी धर्म के नाम पर जहर फैलाने की कोशिश करेगा, तो उसका अंजाम जेल ही होगा. सोशल मीडिया पर कट्टरपंथ को बढ़ावा देने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि किसी भी संदिग्ध, आपत्तिजनक या भड़काऊ सामग्री की तुरंत सूचना दें – ताकि देश और प्रदेश में शांति बना रहे.