भारत की खुफिया एजेंसियों और सेना ने एक और निर्णायक हमला करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' को अंजाम दिया है, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के पूरे परिवार का सफाया कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार इस ऑपरेशन में मसूद अजहर के कुल 14 नजदीकी रिश्तेदार मारे गए हैं।
भारत ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि देश पर हमला करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के ठीक 15 दिन बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। बुधवार देर रात करीब 1:30 बजे पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए की गई इस सैन्य कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के पूरे परिवार के खात्मे की खबर है।
जानकारी के मुताबिक, इस ऑपरेशन में मसूद अजहर की पत्नी, बेटा, भाई रऊफ अजहर सहित उसके परिवार के कुल 14 सदस्य मारे गए हैं। माना जा रहा है कि ये सभी जैश के आतंकवादी नेटवर्क से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़े थे। इस कार्रवाई ने पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को गहरी चोट पहुंचाई है।
कौन था रऊफ अजहर?
रऊफ अजहर वही आतंकवादी है जिसने 1999 के कंधार विमान अपहरण की साजिश रची थी। वह जैश-ए-मोहम्मद का ऑपरेशनल हेड था और भारत में कई हमलों की प्लानिंग कर चुका था। उसका मारा जाना भारतीय सुरक्षा तंत्र के लिए एक बड़ी जीत मानी जा रही है।
पाकिस्तानी आतंकियों के 9 अड्डे तबाह
भारतीय वायुसेना द्वारा की गई इस रणनीतिक कार्रवाई में पाकिस्तान और POK (पाक अधिकृत कश्मीर) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। यह हमला इस तरह से योजनाबद्ध था कि किसी आम नागरिक या सैन्य प्रतिष्ठान को नुकसान न पहुंचे। सरकार की ओर से बताया गया है कि ऑपरेशन के सभी लक्ष्य पूरी तरह भेदा गया और इसका मकसद सिर्फ आतंकवाद पर चोट करना था।
22 अप्रैल की आतंकी साजिश का जवाब
यह सैन्य जवाबी कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए उस आतंकी हमले की प्रतिक्रिया है, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान गई थी। तभी से सुरक्षा एजेंसियों और सैन्य कमान के बीच उच्च स्तर की तैयारी चल रही थी, जिसका परिणाम "ऑपरेशन सिंदूर" के रूप में सामने आया है।
मसूद अजहर का नेटवर्क ध्वस्त
इस कार्रवाई से यह भी स्पष्ट हो गया है कि मसूद अजहर का आतंकी नेटवर्क अब भारतीय निशाने पर है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के संरक्षण में फल-फूल रहे जैश के तंत्र को जबरदस्त झटका लगा है। मसूद के परिवार की मौत से यह संदेश गया है कि अब भारत आतंकी सरगनाओं और उनके पनाहगारों को निशाना बनाने से पीछे नहीं हटेगा।