ऑस्ट्रेलिया में एक बार फिर इतिहास दोहराया गया है। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने लगातार दूसरी बार चुनाव जीतकर सत्ता में दमदार वापसी की है। यह वही नेता हैं जिन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘दुनिया का बॉस’ कहकर वैश्विक मंच पर सम्मान दिया था। अब ऑस्ट्रेलियाई जनता ने अल्बनीज को ‘अपना बॉस’ बनाकर एक बार फिर से उन पर भरोसा जताया है।
इस चुनाव में विपक्ष की हालत बेहद शर्मनाक रही। लिबरल पार्टी के नेता पीटर डटन खुद अपनी सीट नहीं बचा पाए। उन्हें लेबर पार्टी की उम्मीदवार अली फ्रांस ने हराया। हार स्वीकार करते हुए डटन ने अल्बनीज को फोन कर बधाई दी। अब जब लेबर पार्टी बहुमत के नजदीक है, तो तय माना जा रहा है कि अल्बनीज ही दोबारा प्रधानमंत्री बनेंगे।
PM मोदी ने दी अल्बनीज को बधाई
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर बधाई देते हुए लिखा कि अल्बनीज की यह जीत ऑस्ट्रेलियाई जनता के अटूट विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत-ऑस्ट्रेलिया की रणनीतिक साझेदारी आने वाले दिनों में और गहराई तक पहुंचेगी।
कौन हैं अल्बनीज?
61 वर्षीय एंथनी अल्बनीज को आम लोग प्यार से ‘अल्बो’ बुलाते हैं। वे एक बेहद साधारण परिवार से आते हैं। बचपन में पिता को मृत समझते रहे, लेकिन बाद में पता चला कि वे ज़िंदा हैं और इटली में रहते हैं। अल्बनीज ने उन्हें ढूंढ निकाला — यह जज़्बा ही उनके राजनीतिक संघर्षों की बुनियाद बना।
राजनीति में आए तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा
कॉलेज में छात्र राजनीति से शुरुआत करने वाले अल्बनीज ने ऑस्ट्रेलियाई संसद में 1996 में कदम रखा और फिर लगातार संसद में बने रहे। वे लेबर पार्टी के अंदरूनी संघर्षों को सुलझाने वाले कूटनीतिज्ञ के तौर पर भी मशहूर हैं। 2007 से लेकर 2013 तक उन्होंने कई मंत्रिपदों की जिम्मेदारी निभाई और उप-प्रधानमंत्री भी रहे। 2019 में पार्टी की करारी हार के बाद भी वे पीछे नहीं हटे और पार्टी को फिर से खड़ा किया। 2022 में प्रधानमंत्री बने और अब 2025 में इतिहास रचते हुए दोबारा सत्ता में वापसी की।