पहलगाम में हिंदू श्रद्धालुओं पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत आतंकवादियों और उनके मददगारों को खोजने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा। अब इस कार्रवाई का असर अंतरराष्ट्रीय धरातल पर भी दिखने लगा है। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शनिवार, 3 मई 2025 को ज़बरदस्त तलाशी अभियान चलाया गया। कारण था भारत की चेतावनी- कि चेन्नई से श्रीलंकन एयरलाइंस की उड़ान से छह संदिग्ध आतंकी कोलंबो पहुंच चुके हैं!
भारतीय खुफिया एजेंसियों की जानकारी के आधार पर श्रीलंका में हड़कंप मच गया। श्रीलंकन एयरलाइंस की फ्लाइट UL122 जब सुबह 11:59 पर कोलंबो एयरपोर्ट पहुँची, तो हवाई अड्डा सुरक्षा, वायुसेना और पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया। तलाशी अभियान इतना बड़ा था कि फ्लाइट को क्लियरेंस मिलने में घंटों लग गए। लेकिन हैरानी की बात ये रही कि तलाशी के बावजूद कोई भी संदिग्ध गिरफ्त में नहीं आया।
भारत की चेतावनी पर श्रीलंका सतर्क
श्रीलंकन एयरलाइंस के अनुसार, चेन्नई एरिया कंट्रोल सेंटर से उन्हें अलर्ट मिला था कि उनकी फ्लाइट में भारत द्वारा पहचाने गए संदिग्ध सवार हैं। कोलंबो एयरपोर्ट पर विमान की हर सीट, हर कोना खंगाला गया। लेकिन संदिग्ध ऐसे गायब हुए जैसे हवा में उड़ गए हों। सवाल उठता है – क्या ये आतंकी पहले से श्रीलंका में घुस चुके हैं या फिर किसी बड़ी साजिश की तैयारी में हैं?
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर सीधा वार किया है। एनआईए को जांच की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है और पाकिस्तान को घुटनों पर लाने की रणनीति तेज़ कर दी गई है। सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया गया है, पाकिस्तानी जहाजों के लिए बंदरगाह बंद कर दिए गए हैं, और वीज़ा रद्द किए जा चुके हैं। पाकिस्तान से आने वाले हर पार्सल, हर आयात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
भारत की इस कड़ी कार्रवाई से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए अब शिमला समझौते को खत्म करने जैसी बेतुकी धमकियाँ दी जा रही हैं। लेकिन भारत अब चेतावनी नहीं देता- कार्रवाई करता है।