Tokyo Paralympics में भारतीय खिलाड़ियों ने बेहद ही शानदार प्रदर्शन किया है तथा तिरंगे की शान बढ़ाई है. उत्तर प्रदेश के नॉएडा के डीएम सुहास यतिराज ने भी Tokyo Paralympics में भारत की तरफ से बतौर बैडमिंटन खिलाड़ी भाग लिया था. उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीत कर इतिहास रच दिया है. वह पैरालंपिक में मेडल जीतने वाले देश के पहले आईएएस बन गए हैं. इसके बाद हर तरफ नॉएडा डीएम की चर्चा हो रही है तथा लोग उन्हें बधाईयां दे रहे हैं.
नॉएडा के जिलाधिकारी सुहास के सिल्वर मेडल जीतने के बाद उनकी पत्नी गाजियाबाद की एडीएम ऋतु सुहास ने कहा कि यह बहुत शानदार मैच था. मुझे उन पर गर्व है. यह पिछले 6 वर्षों की कड़ी मेहनत का नतीजा है. गाजियाबाद की एडीएम ऋतु की कहानी भी उनके पति यतिराज की तरह है. दोनों ने अधिकारी के तौर पर अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए दूसरे क्षेत्र में भी नाम कमाया.
यतिराज ने डीएम के पद पर रहते हुए बैडमिंटन में कमाल किया, तो उनकी पत्नी ऋतु एडीएम रहते हुए फैशन और मॉडलिंग में भी नाम कमाया. ऋतु ने 2019 में मिसेज इंडिया का खिताब जीता था. ऋतु सुहास उस समय ज्यादा चर्चा में आई थी, जब उन्होंने अपनी तैनाती के दौरान कुख्यात गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के अवैध निर्माणों पर जेसीबी चला दी थी. लखनऊ विकास प्राधिकरण की संयुक्त सचिव रहते हुए ऋतु ने मुख्तार अंसारी के कई अवैध निर्माण को धव्स्त किया था.
गाजियाबाद में ADM बनने से पहले ऋतु सुहास लखनऊ विकास प्राधिकरण में जॉइंट सेक्रेटरी के पद पर तैनात थीं. उस समय राज्य सरकार माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही थी. सरकार के निर्देश पर ऋतु ने अवैध रूप से बनी जियामऊ की दो इमारतें, ड्रैगन मॉल और रानी सल्तनत में अवैध निर्माण को जमींदोज करवा दिया था. ये सभी इमारतें डॉन मुख्तार अंसारी की थीं.
सुहास यतिराज और ऋतु की मुलाकात आगरा में हुई और दोनों ने यहीं पर एक दूसरे को जाना. लोकसभा चुनाव होने वाले थे और साथ काम करते हुए दोनों ने एक दूसरे को जाना और फिर साथ मे जिंदगी बिताने का फैसला लिया. दोनों ने 2008 में एक दूसरे का हाथ थामा था. आज जब सुहास यतिराज ने देश के लिए मेडल जीता है तो उनके साथ उनकी पत्नी के कामों भी लोग चर्चा कर रहे हैं.