लालू के समधी और तेज प्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय के पिता चंद्रिका राय परसा से चुनाव हार गए हैं। वे जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इधर समस्तीपुर के हसनपुर सीट से तेज प्रताप यादव अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से 8600 वोटों से आगे चल रहे हैं। लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव राघोपुर सीट से बढ़त बनाए हुए हैं। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए जा रहे हैं। अबतक घोषित की गई 68 सीटों में 40 एनडीए, 27 महागठबंधन और एक सीट बसपा के खाते में गई है। भाजपा-जदयू गठबंधन अभी 103 सीटों पर आगे चल रहा है। जबकि राजद-कांग्रेस-वाममोर्चा का महागठबंधन 97 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
बिहार विधानसभा चुनाव में कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. शाम के सात बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक, कोई भी गठबंधन बहुमत का आंकड़ा छूता नहीं दिख रहा है. एनडीए और महागठबंधन में मात्र 5 सीटों का अंतर है. आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. दूसरे स्थान पर बीजेपी है और तीसरे स्थान पर जेडीयू है.
बिहार में फिर से नीतीशे कुमार... बिहार चुनावों में एनडीए की बढ़त के साथ ही भाजपा में जश्न का माहौल है। दरभंगा के केवटी से राजद के कद्दावर नेता अब्दुल बारी सिद्दकी चुनाव हार गए हैं। उन्हें भाजपा के मुरारी झा ने हराया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुआई वाली एनडीए बिहार चुनावों में जीत की ओर बढ़ रही है। वहीं भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है। राजद सुप्रीमो लालू यादव रांची के रिम्स में लॉन में बैठकर धूप सेंक रहे हैं। जबकि उनके करीबी भोला यादव चुनाव नतीजों में पीछे चल रहे हैं। लालू के छोटे बेजे तेजस्वी यादव बिहार में राघोपुर सीट से आगे चल रहे हैं। मतगणना के पल-पल के अपडेट्स के लिए बने रहें हमारे साथ...
LIVE Bihar Chunav Result 2020
3:50 PM: दरभंगा चुनाव रिजल्ट : एनडीए ने लहराया परचम
दरभंगा की दस सीटों में से तीन पर भाजपा, दो पर जदयू व दो पर वीआइपी की जीत। एक पर राजद का रहा कब्जा। केवटी से अब्दुल बारी सिद्दीकी हारे। दो सीटों पर एनडीए के प्रत्याशी लगातार आगे चल रहे हैं। दरभंगा सीट से भाजपा के संजय सरावगी चुनाव जीत गए हैं।
3:00 PM: सुपौल चुनाव रिजल्ट : जदयू के बिजेंद्र यादव ने आठवीं बार मारी बाजी
सुपौल विधानसभा की सीट प्रदेश राजनीति में हाॅट सीट मानी जाती है। इस क्षेत्र का नेतृत्व विगत तीस वर्षों से लगातार विजेंद्र प्रसाद यादव के हाथ में रहा है। सात चुनाव जीतने के बाद उन्होंने आठवीं बार बाजी मारी है। उन्होंने साबित कर दिया कि मतदाताओं ने उन्हें सिर आंखों पर बिठाया। 1990 में वे पहली बार विधायक चुने गए। अब तक हर चुनाव इन्हें जीत का सेहरा मिलता रहा। इस चुनाव वे आठवीं बार वे अपना भाग्य आजमा रहे थे। टक्कर आमने-सामने का था। महागठबंधन की ओर से कांग्रेस प्रत्याशी मिन्नतुल्लाह रहमानी उर्फ मिन्नत रहमानी चुनाव मैदान में डटे हैं। हालांकि इस सीट पर लोजपा ने भी अपना प्रत्याशी खड़ा किया है। जिससे शुरुआती क्षणों में मुकाबले को त्रिकोणात्मक बनाने का प्रयास किया गया लेकिन स्थिति आमने-सामने पर आकर ही खड़ी हो गई। इस क्षेत्र से कुल 11 प्रत्याशी मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे थे।