केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संसदीय कार्यवाही में व्यवधान को लेकर राहुल गांधी पर हमला बोला है। ईरानी ने कहा, राहुल गांधी ने कभी संसद में सवाल नहीं किया, हमेशा संसदीय कार्यवाही का अपमान किया है। उन्होंने कहा, कांग्रेस नेता, जिनकी संसद में उपस्थिति 40% से कम है, जो व्यक्ति राजनीतिक रूप से अनुत्पादक रहा है, वह यह सुनिश्चित करने के लिए खुद को समर्पित कर रहा है कि संसद में कोई बहस न हो।
ईरानी ने कहा, जिस व्यक्ति का पूरा राजनीतिक जीवन संसदीय प्रक्रियाओं का अपमान करने में व्यतीत हुआ है, वह लोकसभा की उत्पादकता को कम करने के लिए प्रयासरत है। ईरानी यहां भी नहीं रुकीं, उन्होंने कहा, राहुल गांधी से भाजपा के कार्यकर्ता पूछ रहे हैं कि आपने अपने संसदीय इतिहास में लोकसभा में कितने प्राइवेट मेंबर विधेयक लाए।
स्मृति ईरानी ने कहा, अमेठी छोड़कर जाने के बाद राहुल गांधी ने संसद में एक प्रश्न नहीं किया है। राहुल गांधी संसद में गतिरोध पैदा करने वालों की सरगना हैं। संसद में चर्चा न हो, कार्यवाही स्थगित होती रहे, इसके रचनाकार राहुल गांधी ही हैं। स्मृति ईरानी ने कहा, भारत की संसद, भारत की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं का प्रतीक है। वहीं इसे लेकर प्रहलाद जोशी ने भी कू किया.
भाजपा नेता ने कहा, देश की जनता ये चाहती है कि संसद में उन विषयों पर चर्चा हो, जो देश के हर नागरिक के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, राहुल गांधी, जिनका राजनीतिक इतिहास इस बात से भी दिखता है कि वो देश में कब हैं और देश के बाहर कब हैं, ये उनकी पार्टी के लिए भी चिंता का विषय बन जाता है।