उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था बहाल करने की पुरजोर कोशिश में लगे हुए है। सूबे में सुरक्षा इतने अचे स्तर पर हो रही है, जिसको लेकर हर प्रदेशवासी खुश है। सीएम योगी ने हमेशा से अपराधियों के लिए कहा है कि उनकी सरकार अपराधियों को बिलकुल भी बर्दास्त नहीं करेंगी, उसी के परिणामस्वरूप सीएम योगी कार्य भी कर रहे है।
दरअसल, बड़े बड़े अपराधियों को शिकंजे में लेने के बाद अब उनके गुर्गो पर सूबे की योगी सरकार नकेल कस रही है। मुख़्तार के गुर्गे कहे जाने वाले एक लाख के इनामी शूटर अलीशेर और कामरान को मुठभेड़ में ढेर कर मुख्तार अंसारी गैंग को यूपी पुलिस ने एक और बड़ी चोट दी है। पिछले साढ़े चार सालों में एक के बाद एक मुख्तार के कई सिपहसलार खेत रहे।
मुख्तार, उनकी पत्नी, बेटों, रिश्तेदारों सहित तमाम करीबियों की अरबों रुपयों की सम्पत्ति जब्त हो चुकी है। पूर्वांचल के माफिया गिरोहों पर लम्बे समय से नज़र रखने वाले जानकारों का मानना है कि इन कार्रवाईयों की वजह सो मुख्तार गैंग की कमर लगभग टूट चुकी है।
दोनों ओर से चली फायरिंग में मारा गया शातिर अपराधी
यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश के मुताबिक, मुठभेड़ में मारा गया अपराधी अलीशेर उर्फ डॉक्टर यूपी के जनपद आजमगढ़ के देवगंव का रहने वाला है। और यूपी एसटीएफ को बीते कई दिनों से बदमाशों पर नजर थी।
बदमाशों की लोकेशन का पता चलते ही इनकी घेराबंदी की गई तो मड़ियांव के घैला पुल के पास दोनों अपराधियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर भागने की कोशिश करने लगे। इसी दौरान जवाबी फायरिंग में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसके बाद इन्हें भाऊराव देवरस चिकित्सालय में इलाज के लिए भेजा गया जहां डॉक्टरों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया।
चौराहे पर की थी भाजपा नेता की हत्या
अलीशेर ने बीते दिनों रांची में भाजपा के एसटी मोर्चा के जिलाध्यक्ष पर ओरमांझी के पालू चौराहे पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर उन्हें छलनी कर दिया था। घायल भाजपा नेता को मेदांता ले जाया गया था। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। हत्या में अलीशेख का नाम आया था।
पुराने लखनऊ के व्यवसायी की हत्या की ली थी सुपारी
एएसपी विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक सूचना मिली थी कि दोनों पुराने लखनऊ में एक बड़े व्यवसायी की हत्या करने आए थे। व्यवसायी की हत्या की सुपारी ली थी। सूचना मिलते ही आलाधिकारियों के निर्देश पर टीम पहुंची। घैला के पास दोनों की लोकेशन मिली।
दोनों को संदिग्ध समझकर रुकने के लिए कहा गया। इस बीच दोनों ने एसटीएफ की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। घेराबंदी कर दोनों को घेर लिया गया। टीम ने भी आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की। मुठभेड़ में अलीशेर और कामरान घायल हो गया। दोनों को अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।