नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जनरल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने बीच समुद्र में जाकर खुले आम चल रहो ड्रग्स पार्टी पर छापा मार एक इतिहास रचा जहां सब देर रात सो रहे थे उस समय समीर वानखेड़े अपनी NCB टीम के साथ मिलकर बीच समुद्र से सभी ड्रग्स लेने वाले आरोपियों को धरदबोचा। जिसमे शाहरुख खान का बेटा आर्यन खान खान भी शामिल था। आर्यन खान के साथ उसके 20 साथियों को भी अपनी हिरासत में ले लिया।
समीर वानखेड़े के इस बड़े कदम के बाद बॉलीवुड की नागिरि में हलचल मच गई। अब सियासी राजनीती के चलते समीर वानखेड़े पर सवाल उठाए जा रहे है। आर्यन खान के सपोर्ट में आए महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मालिक ने उनके धर्म पर सवाल उठा दिए। जिसपर समीर वानखेड़े के पिता ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि मैं पैदाइशी हिंदू हूं। मेरे दादा-परदादा सब दलित हिंदू थे, तो मेरा बेटा मुस्लिम कहां से हो गया? उन्होंने कहा कि नवाब मलिक को कुछ भी बोलने से पहले सोचना चाहिए।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जनरल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े का यह बयान तब सामने आया है जब बुधवार को नवाब मलिक की ओर से समीर वानखेड़े के 2006 में हुए निकाल की तस्वीरें जारी की गई थीं। इस दौरान नवाब मलिक ने आरोप लगाया था कि समीर वानखेड़े एक मुस्लिम थे और उन्होंने अपना नाम छुपाकर नौकरी हथियाई है।
बता दें कि ज्ञानदेव वानखेड़े ने कहा कि नवाब मलिक एक प्रभावशाली व्यक्ति हैं। उनके पास पैसों की कमी नहीं है। वह कुछ भी कर सकते हैं। उनसे हमारे परिवार को खतरा है। उन्होंने आगे कहा कि नवाब मलिक रावण की तरह है, उनके दस-दस हाथ और मुंह हैं। वह कुछ भी कर सकता है।
एनसीबी अधिकारी समीर वानेखेड़े ने कहा कि अगर नवाब मलिक हमारे निजी जीवन पर हमला करते रहे तो वह मानहानि का केस करेंगे, कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब से उनका दामाद ड्रग मामले में गिरफ्तार हुआ है, तभी से वह ये सब कर रहे हैं। उन्होंने दोबारा कहा कि मैं हिंदू हूं और मेरी पत्नी मुस्लिम थी।
साथ ही आपको बता दें समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने कहा कि हमारी निजी तस्वीरें जारी कर नवाब मलिक संवैधानिक शपथ के खिलाफ कमा कर रहे हैं। हम कानूनी कार्रवाई करेंगे, उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
नवाब मलिक की ओर से जारी किए गए समीर वानखेड़े के निकाहनामा पर क्रांति रेडकर ने कहा है कि वह निकाहनामा सच है, लेकिन समीर वानखेड़े ने कभी भी कानूनी रूप से अपनी जाति या फिर धर्म को नहीं बदला है। निकाहनामा में उनका नाम मुस्लिम लिखने के पीछे सिर्फ उनकी मां की इच्छा थी। यह एक औपचारिकता थी, जो उन्होंने अपनी मां की खुशी के लिए की थी।