बर्बरता व हैवानियत की ये वारदात इस्लामिक मुल्क पाकिस्तान से सामने आई है जहां मोहम्मद फैजान और मोहम्मद अब्दुल्ला नामक दो दरिंदों ने पहले तो एक ईसाई मजदूर के साथ सामूहिक अप्राकृतिक बलात्कार किया. इसके बाद उसके गुदाद्वार में एयर कंप्रेशर डालकर क्रूरता से ह्त्या कर दी. बताया गया है कि मोहम्मद फैजान और मोहम्मद अब्दुल्ला ने मृतक के साथ सामूहिक अप्राकृतिक बलात्कार किया था, जिसे छुपाने के लिए इस भयावह कृत्य को अंजाम दिया.
mएडिया सूत्रों से प्राप्त हुई जानकारी के मुताबिक़, 35 वर्षीय ईसाई मजदूर शहजाद मसीह जूट कारखाने में मजदूरी करता था. उसे रहने के लिए कारखाना परिसर में ही एक आवास दिया गया था ताकि उसे रोज 70 किमी की यात्रा कर के अपने घर न जाना पड़े. स्थानीय मुस्लिम पड़ोसियों- मोहम्मद फैसल, मोहम्मद फैजान और मोहम्मद अब्दुल्ला ने ही शहज़ाद को कारखाना मैनेजर मोहम्मद असद से बात कर के कारखाने में ही मजदूरी पर लगवा दिया. मजदूरी शुरू करने के 15 दिन बाद सहकर्मी मोहम्मद फैजान और मोहम्मद अब्दुल्ला ने कारखाना परिसर में ही शहज़ाद के साथ अप्राकृतिक रूप से सामूहिक बलात्कार किया.
इसके बाद आरोपितों ने उसके मलद्वार में प्रेशर वाली हवा का नोजल डाल दिया. हवा के भारी प्रेशर से शहज़ाद की आँतें बुरी तरह फट गईं. बताया जा रहा है कि आरोपितों ने अपने यौन दुराचार के सबूत मिटाने के लिए हवा की नोजल डाली. इसके बाद घायल शहज़ाद मसीह को फैसलाबाद के एलाइड अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल कर्मियों ने तुरन्त ऑपरेशन की आवश्यकता बताते हुए शहज़ाद के परिजनों को बुलाने को कहा. इस पर मोहम्मद फैसल ने उसके घर जाकर उसके माता-पिता को बताया को शहजाद ने दूषित खाना खाया था, जिसकी वजह से उसके पेट में संक्रमण हो गया है.
जानकारी मिलते ही शहज़ाद की माँ शरीफा मसीह और छोटा भाई इरफान मसीह अस्पताल पहुँचे. अस्पताल पहुँचने पर एक डॉक्टर ने उन्हें बताया कि शहज़ाद की गुदा में हाई प्रेशर पाइप का नोजल डाल कर उसकी आँतें फाड़ दी गई है. डॉक्टरों ने उन्हें ये भी बताया कि शहज़ाद के बचने की संभावना नहीं है क्योंकि उसका आमाशय पूरी तरह फट चुका है. फिर भी डॉक्टर्स ने ऑपरेशन की अनुमति माँगी. इस दौरान आरोपित लगातार शहज़ाद के परिवार से सांत्वना और मदद का दिखावा करते रहे. वो लगातार यही कहते रहे कि उसे फ़ूड पॉइजनिंग हुई है, जिसके चलते शहज़ाद ने उनसे पेट दर्द की बात कही थी.
शहज़ाद पर हमले को लेकर सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि अगर ये सब कुछ परिसर में हुआ है तो वो कारखाना मालिक पर दबाव डाल कर जाँच करवाएँगे. इसके बाद आरोपित सोने का बहाना कर के अस्पताल से चले गए. ऑपरेशन के 5 घण्टे बाद जब शहज़ाद को होश आया तो उसने परिवार को बताया कि उसे अस्पताल लाने वाले दोनों आरोपित मोहम्मद फैजान और मोहम्मद अब्दुल्ला ने उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया था, जिसका विरोध करने पर उन्होंने उसके मलद्वार में हवा का नोजल डाल कर उसे चालू कर दिया.
उसने बताया कि वह दर्द से तड़प रहा था लेकिन आरोपित उस पर उनकी यौन इच्छा पूरी करने का दबाव डाल रहे थे. परिवार से बात करते हुए शहजाद की तबीयत अचानक बिगड़ गई और लगभग 2 बजे शहज़ाद की मृत्यु हो गई. उनके छोटे बेटे ने अस्पताल के अंदर पुलिस बूथ पर जाकर अपने बेटे की मौत की सूचना दी. इसके बाद शहज़ाद की हत्या के आरोप में मोहम्मद फैजान, मोहम्मद अब्दुल्ला और फैक्ट्री मैनेजर मोहम्मद असद के खिलाफ फैसलाबाद के थेकरी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई तथा उसी दिन आरोपितों को कारखाने से गिरफ्तार कर लिया गया.