जम्मू और कश्मीर के रामबन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज यानी रविवार को एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान रक्षा मंत्री ने कहा दस साल के बाद जम्मू एवं कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. यहां होने वाले चुनाव पर पूरे भारत की और पूरी दुनिया की निगाह लगी हुई है. जम्मू कश्मीर में लोगों को उनके अधिकारों लंबे समय तक वंचित कर रखा गया था. इस बार के विधानसभा चुनावों में पाकिस्तान से आए शरणार्थी, हमारे वाल्मिकी समुदाय और सफाई कर्मचारियों के परिवार को पहली बार लोकल बॉडीज इलेक्शन में वोट डालने का अधिकार मिल गया है.
वाल्मिकी समुदाय को SC कैटेगरी का लाभ मिलने की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है. पहली बार ST समुदाय के लिए असेंबली में सीटें रिज़र्व की गई हैं. कश्मीर घाटी में जो बदलाव हम देख रहे हैं, आज पूरी दुनिया उसे देख रही है. पिछले साल जब भारत में जी-20 का आयोजन हुआ तो श्रीनगर में भी उसकी एक बैठक सफलतापूर्वक आयोजित की गई.
जो जम्मू-कश्मीर पहले टेररिज्म स्पॉट के तौर पर पूरे देश में जाना जाता था आज वह टूरिज्म का हॉटस्पॉट बन चुका है. साढ़े तीन दशक के बाद पहली बार श्रीनगर में ताजिया निकला है. पहले जम्मू से श्रीनगर जाने में लंबा वक्त लगता था. लेकिन अब जम्मू से श्रीनगर तक साढ़े चार घंटे में पहुंचा जा सकता है.
रक्षा मंत्री ने कहा पाकिस्तान की सरकार पीओके को foreign land मानती है. यह बात ख़ुद पाकिस्तान के ASG ने हलफ़नामा देकर कही है. जबकि हम लोग पीओके के लोगों को अपना मानते हैं. भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में कहा है कि जम्मू एवं कश्मीर में हर उज्ज्वला योजना लाभार्थी को साल में दो सिलेंडर मुफ़्त दिया जाएगा. दूरदराज के इलाक़ों में हायर सेकेंडरी क्लासेज़ में पढ़ने वाले बच्चों को टेबलेट या लैपटॉप दिया जाएगा.
हमने संकल्प किया है कि जम्मू और श्रीनगर दोनों ही शहरों को मेट्रो रेल की कनेक्टिविटी दी जाएगी. तवी नदी पर एक बढ़िया रिवर फ्रंट बनाया जाएगा. रामबन और बनिहाल के कुछ इलाक़ों को टूरिस्ट डेस्टिनेशन की तरह विकसित किया जाएगा.
भाजपा का संकल्प है कि हम कश्मीरी पंडितों की सुरक्षित वापसी और उनके पुनर्वास में तेज़ी लायेंगे. इसी तरह पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों, POJK के शरणार्थियों और वाल्मीकि और गोरखा समाज के लोगों के पुनर्वास में भी तेज़ी लायेंगे.