महाराष्ट्र पुलिस के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है. पुलिस ने भारत में अवैध रूप रहे आठ रोहिंग्या मुस्लिमों को गिरफ्तार किया है. यह आठों म्यांमार के हैं और इनकी पहचान हामिद हुसैन अली अकबर (55), नूरुल अमीन यूसुफ अली (52), अली हुसैन अब्दुल सोबी (49), अमीर हुसैन असद अली (42), मोहम्मद जौहर नूर मोहम्मद (39), कमाल हुसैन नूर कमाल (35), मोहम्मद जाकिर हुसैन अबू आलम (30) और इमाम हुसैन अब्दुल कासिम (25) के रूप में हुई है.
बता दें कि गिरफ्तार किए म्यांमार के इन 8 रोहिंग्या मुस्लिमों पर विदेशी अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए है, इसके साथ ही उनपर भारती पासपोर्ट अधिनियम के तहत भी आरोप लगाए गए है. एक अधिकारी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इन अवैध घुसपैठियों को उत्तान सागरी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
वहीं उत्तान सागरी पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी का कहना है कि यह लोग हिंदी बोलने में निपुण हैं.
इसके साथ ही मामले की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि एक गुप्त सुचना प्राप्त होने के बाद इन सभी को चौकगांव मछली पकड़ने के घाट से गिरफ्तार किया गया था. यह सभी दस्तावेजों के बिना एमबीवीवी पुलिस सीमा में रह रहे थे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. वहीं अवैध रूप से भारत में रहने वाले इन रोहिंग्या मुस्लिमों का दावा है कि वो शरणार्थी हैं.
इसके साथ ही इनका दावा था कि यह लोग मछली पकड़ने वाली नौकाओं में सहायक के रूप में नौकरी पाने के लिए भारत के तटीय क्षेत्र में आए थे. उन लोगों ने यह भी दावा किया है कि इनके परिवार जम्मू-कश्मीर में रहते हैं. वहीं पुलिस ने नई दिल्ली में स्थित म्यांमार के दूतावास से संपर्क करके इन सभी के बारे में अप्रवासी विवरण मांगा है. इसके साथ ही इन सभी को ठाणे की जिला सत्र अदालत में पेश करने के बाद पुलिस हिरासत में भेजा गया.
बता दें कि बांग्लादेश और म्यांमार की सीमा से अवैध रूप से भारत आने वाले रोहिंग्या एवं बांग्लादेशी मुस्लिम देश में खुद को भारत का निवासी साबित करने के लिए फर्जी दस्तावेज बनवाते हैं. जिसके चलते हाल ही में केंद्र सरकार ने भारत में म्यांमार के नागरिकों के वीजा-मुक्त प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए फ्री मूवमेंट रिजिम (एफएमआर) को तत्काल निलंबित करने की सिफारिश की है.