भारत से लगे म्यांमार बॉर्डर पर विद्रोहियों की कब्जा करने की अटकलों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि, अपनी सीमा के पास ऐसी घटनाओं को और स्थिति लेकर हमारा ध्यान है. म्यांमार में मौजूदा स्थिति पर हमारी स्थिति बहुत स्पष्ट है. हम चाहते हैं कि हिंसा खत्म हो बहाल हो या रचनात्मक संवाद के जरिए स्थिति का समाधान निकले.
बता दें कि भारत का ये बयान उस वक्त आया है जब म्यांमार के चिन राज्य में दो सैन्य अड्डों पर विद्रोही समूह पीपुल्स डिफेंस फोर्स (PDF) के हमले के बाद भारत से लगी सीमा पर विद्रोहियों की ओर से नियंत्रण किए जाने संबंधी अटकलें सामने आ रही थी. जिस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने ये जवाब दिया .
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ''हम म्यांमार में शांति, स्थिरता और लोकतंत्र की वापसी के लिए अपना आह्वान दोहराते हैं... मुझे लगता है कि 2021 से म्यांमार के नागरिक बड़ी संख्या में भारत में शरण ले रहे हैं. संबंधित पड़ोसी राज्यों में स्थानीय अधिकारी मानवीय आधार पर स्थिति को उचित रूप से संभाल रहे हैं.
एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि, फिलहाल स्थिति अब शांत है और हमें उम्मीद है कि अगले दो से तीन दिनों में भारत-म्यांमार सीमा पर स्थिति सामान्य हो जाएगी. आगे क्या होगा इसकी भविष्यवाणी करना मुश्किल है. म्यांमार की सेना और पीडीएफ के बीच गोलीबारी के बाद म्यांमार के चिन राज्य के खवीमावी, रिहखावदार और पड़ोसी गांवों के लगभग 5,000 लोग भाग गए और मिजोरम के जोखावथर में शरण ले ली है.