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यूपी में आख़िर क्यों रोकनी पड़ी NPR (नेशनल पापुलेशन रजिस्टर) की कार्यवाही.. जानिए ये बड़ी वज़ह..

यूपी में NPR पर ब्रेक, अगले आदेश तक रोका गया काम

रजत मिश्र, उत्तर प्रदेश
  • May 16 2020 10:33AM
सरकारी आदेश के मुताबिक उत्तर प्रदेश में एनपीआर यानी नेशनल पापुलेशन रजिस्टर 2021 के पहले चरण के लिए हो रहे काम पर   रोक लगा दी गई है। इस संबंध में उत्तर प्रदेश के सभी कमिश्नर और डीएम को आदेश की कॉपी भेजी गई है। आदेश के मुताबिक नए आदेशों तक इस प्रक्रिया से संबंधित सारे काम इस स्थगित किए जाएंगे। 

क्यो रोका गया एनपीआर का काम - 
वैश्विक महामारी कोरोना के संकट को देखते हुए यूपी सरकार ने  इस काम पर रोक लगाई है। कोरोना काल में  लॉक डाउन के चलते  सभी सरकारी दफ्तरों में स्टाफ की आवाजाही काफी कम है, साथ ही  NPR का डाटा इकट्ठा करने के लिए कर्मचारियों को लोगों के घरों तक जाना पड़ रहा था जिससे संक्रमण के फैलने का खतरा  और बढ़ सकता था। इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने तत्काल प्रभाव से  डाटा कलेक्शन के काम को  रोक दिया है। 

किसके आदेश पर रोका गया काम - 
शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार ने एनपीआर पर रोक का आदेश जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर 2021 के पहले चरण के लिए चल रहे काम को रोक दिया गया है। 

क्या है एनपीआर -
एनपीआर के लिए एक ‘सामान्य निवासी’ वह व्यक्ति है जो कम से कम छह महीने या उससे ज्यादा समय के लिए स्थानीय क्षेत्र में निवास कर रहा है, या वह अगले छह महीने या उससे अधिक समय के लिए निवास करने की मंशा रखता है। इसका उद्देश्य देश के सभी निवासियों के ब्योरे हासिल करना है। इसमें देश के सभी ‘सामान्य निवासियों’ का विवरण शामिल किया जाएगा, चाहे वे नागरिक हों या गैर नागरिक। इस रजिस्टर में व्यक्ति का नाम, परिवार के मुखिया से उसका संबंध, सामान्य निवास का वर्तमान पता, वर्तमान पते पर रहने की अवधि, स्थायी निवास जैसी जानकारी एकत्र की जाएगी।


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