सरकारी आदेश के मुताबिक उत्तर प्रदेश में एनपीआर यानी नेशनल पापुलेशन रजिस्टर 2021 के पहले चरण के लिए हो रहे काम पर रोक लगा दी गई है। इस संबंध में उत्तर प्रदेश के सभी कमिश्नर और डीएम को आदेश की कॉपी भेजी गई है। आदेश के मुताबिक नए आदेशों तक इस प्रक्रिया से संबंधित सारे काम इस स्थगित किए जाएंगे।
क्यो रोका गया एनपीआर का काम -
वैश्विक महामारी कोरोना के संकट को देखते हुए यूपी सरकार ने इस काम पर रोक लगाई है। कोरोना काल में लॉक डाउन के चलते सभी सरकारी दफ्तरों में स्टाफ की आवाजाही काफी कम है, साथ ही NPR का डाटा इकट्ठा करने के लिए कर्मचारियों को लोगों के घरों तक जाना पड़ रहा था जिससे संक्रमण के फैलने का खतरा और बढ़ सकता था। इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने तत्काल प्रभाव से डाटा कलेक्शन के काम को रोक दिया है।
किसके आदेश पर रोका गया काम -
शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार ने एनपीआर पर रोक का आदेश जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर 2021 के पहले चरण के लिए चल रहे काम को रोक दिया गया है।
क्या है एनपीआर -
एनपीआर के लिए एक ‘सामान्य निवासी’ वह व्यक्ति है जो कम से कम छह महीने या उससे ज्यादा समय के लिए स्थानीय क्षेत्र में निवास कर रहा है, या वह अगले छह महीने या उससे अधिक समय के लिए निवास करने की मंशा रखता है। इसका उद्देश्य देश के सभी निवासियों के ब्योरे हासिल करना है। इसमें देश के सभी ‘सामान्य निवासियों’ का विवरण शामिल किया जाएगा, चाहे वे नागरिक हों या गैर नागरिक। इस रजिस्टर में व्यक्ति का नाम, परिवार के मुखिया से उसका संबंध, सामान्य निवास का वर्तमान पता, वर्तमान पते पर रहने की अवधि, स्थायी निवास जैसी जानकारी एकत्र की जाएगी।