युद्ध स्तर पर टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट के मूलमंत्र के साथ यूपी सरकार कोरोना के संक्रमण को काबू में करने में सफल हो रही है।योगी सरकार टेस्टिंग को बढ़ाने पर लगातार जोर दे रही है और इसी के चलते उत्तर प्रदेश टेस्टिंग में रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है। उत्तर प्रदेश में अब तक 4 करोड़ से ज्यादा टेस्ट हो चुके है। अगर पिछले कुछ दिनों के आकंड़े देखे तो सरकार के प्रयासों को सफलता मिलती दिखाई देती है। आकंडो के माध्यम से हम आपको समझाने की कोशिश करते है कि संक्रमण की यह रफ्तार काबू में कैसे आ रही है -
आंकड़ो में कोरोना का गिरता ग्राफ-
25 अप्रैल- यूपी में आये 35614 मरीज, रिकवर हुए मरीज़ो की संख्या 26633 मरीज , इसके सापेक्ष में हुए 1,86,346 टेस्ट
26 अप्रैल -कुल मरीज 33574 , डिस्चार्ज हुए 26719 मरीज , कुल टेस्ट हुए 1 लाख 84 हजार 144
27 अप्रैल- कुल मरीज - 32993 , डिस्चार्ज हुए 30398 मरीज ,इस सापेक्ष टेस्ट हुए 1 लाख, 86 हजार 588
28 अप्रैल - मरीजों की संख्या 29824 , डिस्चार्ज हुए 35903 मरीज़, कुल टेस्ट हुए 2 लाख,25 हजार 312
29 अप्रैल - कुल मरीजों की संख्या 35156, डिस्चार्ज हुए मरीज 25613, राज्य में टेस्ट हुए 2 लाख 44 हजार,113
30 अप्रैल - कुल मरीजों की संख्या 34626, डिस्चार्ज हुए मरीज़ 32494 , रिकॉर्ड टेस्टिंग - 2 लाख 66 हजार,326
1 मई - मरीजों की संख्या - 30317 , डिस्चार्ज हुए 38826 मरीज , रिकॉर्ड टेस्टिंग जारी - 2 लाख, 96 हजार,973
2 मई - मरीजों की संख्या - 30983 , डिस्चार्ज हुए 36650 मरीज , सर्वाधिक रिकॉर्ड टेस्टिंग -2 लाख, 97 हजार ,021
3 मई - मरीजों की संख्या - सबसे कम हुई संख्या - 25858 , डिस्चार्ज हुए 38683 मरीज , टेस्ट हुए 2 लाख 8 हजार,558
आकंड़ो के अनुसार "यूपी का योगी मॉडल" कोरोना संक्रमण को हराने में कामयाब हो रहा है। सीएम योगी के मूलमंत्र -टेस्टिंग , ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट के मॉडल पर यूपी में अन्य राज्यों की तुलना में सबसे तेज़ी से हालात में सुधरने की तरफ अग्रसर हो रहे है।