कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में पिछले दिनों पुलिस हिरासत में व्यापारी बलवंत सिंह की मौत हो गई थी। मृतक के परिजनों द्वारा पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी सिर से लेकर पैर तक कई चोटे के निशान थे। इस मामले ने बड़ा तूल पकड़ा था।
अब इसी बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज मृतक बलवंत के परिजनों से मिलने उनके घर पहुंचे। अखिलेश यादव के आने से पहले ही मृतक के घर समाजवादी पार्टी के समर्थकों की भारी भीड़ भी पहुंच गई थी। वहीं अखिलेश यादव के दौरे को देखते हुए मृतक के घर के पास पहले से ही भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दी गई थी।
अखिलेश यादव ने की सरकार से सीबीआई जांच की मांग
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज कानपुर देहात के लालपुर सरैयां गांव पहुंचे। यहां पुलिस कस्टडी में मारे गए बलवंत सिंह के परिजनों से मुलाकात की। अखिलेश यादव ने सरकार से परिवार के लिए एक करोड़ मुआवज़ा, पत्नी को सरकारी नौकरी और मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। अखिलेश यादव ने कहा- ''मृतक बलवंत सिंह की हत्या के पीछे की असल वजह सामने आनी चाहिए। यह कत्ल है जो किसी न किसी वजह से किया गया है।''
व्यापारी के साथ हुई थी लूट
बताते चलें कि कानपुर देहात में एक व्यापारी ने घर में लूट की शिकायत पुलिस से की थी। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया था जिसमें घर का बेटा बलवंत सिंह भी शामिल था। घर वालों ने पुलिस से अपील की कि वह लूट में शामिल नहीं है लेकिन पुलिस ने उसे नहीं छोड़ा। वहीं, एक दिन के बाद उन्हें बताया गया कि अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस कस्टडी में हुई थी बलवंत सिंह की मौत
परिवार का आरोप है कि पुलिस ने कस्टडी में रखकर उसे प्रताड़ित किया जिस कारण उसकी मौत हो गई। वहीं, शालिनी ने वीडियो जारी कर आत्मदाह की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, '' मुझे लग रहा है प्रदेश सरकार अपराधियों दबाव में है, मुझे न्याय दिलाने में नाकाम दिख रही है। उन्होंने 48 घंटे का समय दिया था, 24 घंटे का समय है। अगर न्याय नहीं मिला तो पीएम आवास के बाहर बच्चों के साथ आत्मदाह कर लूंगी।''
घटना के बाद से एक पुलिसकर्मी की ही हो पाई गिरफ्तारी
मामला तूल पकड़ने के बाद नौ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया और अभी केवल एक पुलिसकर्मी की गिरफ्तारी हो पाई है। पीड़ित महिला शालिनी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को चिट्ठी लिखकर मदद की गुहार लगाई थी। महिला ने कहा था कि वह अपनी छोटी बहन से मिलने कानपुर आएं और न्याय दिलाने में उसका साथ दें। ।