अयोध्या में बन रहे श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण 80 प्रतिशत तक पूर्ण होचुका है.आपको बात दे कि अब प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा अभी बाकि है. जानकारी है की राम जीके विराजमान होने के लिए उनका एक भव्य सिंघासन भी तैयार किया जा रहा है.
गौरतलब है कि राममंदिर का भूतल 15 दिसंबर तक हर हाल में तैयार किया जाना है. राम लला के विराजने के लिए गर्भगृह में तीन फीट ऊंचा, आठ फीट लंबा और चार फीट चौड़ा स्वर्ण सिंहासन रखा जाना है.
अयोध्यापति राजा राम अपने भवन में सोने के आठ फिट ऊंचे सिंहासन पर विराजमान होगे. इस सिंहासन पर सोने की परत चढ़ाई जाएगी. ये 15 दिसंबर तक अयोध्या पहुंच जाएगा.
निर्माण कार्य में तेजी
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के चलते निर्माण कार्य में भी तेजी लाई गई है. इसके लिए जरूरत के हिसाब से मजदूरों की संख्या भी बढ़ा दी गई है. मंदिर में परिक्रमा मार्ग की फर्श का काम भी पूरा हो चुका है.
अब गृह मंडप की फर्श पर संगमरमर लगाने का काम चल रहा है. राममंदिर के परकोटा के प्रवेश द्वार का काम भी अंतिम चरण में है. यात्री सुविधा केंद्र के तीनों मंजिलों की छत पड़ चुकी है. सुरक्षा उपकरण भी लगाए जा रहे हैं.
दान में मिली वस्तुओं का सदउपयोग
राममंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल के अनुसार मंदिर निर्माण से पहले रामभक्तों ने बड़ी मात्रा में सोने व चांदी की वस्तुएं भी दान की हैं. दान में मिलीं चीजों को सुरक्षित रखने में काफी दिक्कतें सामने आ रही हैं. ऐसे में उन्हें गलाकर सुरक्षित रखा जाएगा.
यह काम किसी प्रतिष्ठित संस्था के मार्ग दर्शन में किया जाएगा. इन चीजों को मंदिर की सुरंदता में चार चांद लगाने के लिए उपयोग में लाया जाएगा.