दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के साथी प्रभात मिश्रा को लेकर उठ रहे सवालों के बीच सुदर्शन न्यूज़ एक बड़ा खुलासा कर रहा है। प्रभात मिश्रा के एनकाउंटर के बाद से लगातार प्रभात मिश्रा को नाबालिक बताकर पुलिस के ऊपर सवाल खड़े किए जा रहे हैं, यहां तक की योगी आदित्यनाथ की सरकार पर भी नाबालिक का एनकाउंटर कराने के आरोप लग रहे हैं लेकिन आपको बता दें कि जिस प्रभात मिश्रा को नाबालिक बताकर हाय तौबा की जा रही है वह प्रभात मिश्रा नाबालिग नहीं था। प्रभात मिश्रा की उम्र 20 साल थी। यह बात उसके स्कूल की टीसी से साबित हुई है। प्रभात मिश्रा को फरीदाबाद से पकड़ा गया था, जिसके बाद कानपुर लाए जाने के दौरान उसने भागने की कोशिश की और उसे मुठभेड़ में मार गिराया गया था।
ऐसे हुआ असली उम्र का खुलासा -
दरअसल प्राथमिक विद्यालय बिकरु में प्रभात मिश्रा की जन्मतिथि अगस्त, वर्ष 2000 दिखाई गई है। स्कूल की टीसी में उसकी उम्र यही लिखी हुई है। हालांकि उसमें नाम उसका प्रभात मिश्रा की जगह शानू लिखा हुआ है, लेकिन पिता और मां का नाम वही है जो उसके अन्य दस्तावेजो में है। हाईस्कूल के जो प्रमाण पत्र मिले हैं, उसमें उसका नाम प्रभात की जगह कार्तिकेय लिखा हुआ है। इसका मतलब है प्रभात मिश्रा के 3 नाम थे। एक शानू दूसरा कार्तिकेय और तीसरा प्रभात.. हालांकि उसके यह तीन नाम क्यो थे ये अभी पता नही पाया है।