करीब साल भर से सीतापुर जेल बंद सपा सांसद आजम खां की ओर से एक मामले में समर्पण की अर्जी लगाई गई है। बात दें आजम खां पर 85 मुकदमे विचाराधीन हैं, जिनमें 81 में उनकी जमानत हो चुकी है, जिन चार में अभी जमानत नहीं हुई हैं उन्हीं में से एक में आजम ने समर्पण की अर्जी लगाई गई है।
दरअसल सासद आजम खां पर डेढ़ साल पहले फांसीघर की जमीन पर कब्जा करने का आरोप में प्रशासन की ओर से रामपुर के गंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसी जमीन कब्जाने के मामले में आजम खां की स्वर्गवासी मां को भी नामजद किया गया, क्योंकि उन्होंने भी जमीन खरीदी थी, लेकिन बाद में नाम निकाल दिया गया था।
बता दें कि विवेचना के दौरान आजम खां का नाम प्रकाश में आया। खरीदारों ने बताया कि उन्होंने आजम खां के कहने पर ही जमीन खरीदी। अब इस मामले में आजम खां की ओर से अदालत में समर्पण की अर्जी लगाई गई है। आजम खां के गुनाहों का सहयोग करने के मामले में पूरा परिवार कहीं न कहीं दोषी पाया गया है। जिसमें सभी को सजा भी मिली है। आजम की पत्नी को भी जेल का मुहं देखना पड़ा।
योगी सरकार के आने के बाद अपराधी माफिओ पर तबड़तोड़ कार्रवाई की गाई। जिसमें निशाने पर आजम खां भी थे। आजम पर उनके परिवार के साथ कार्रवाई की गई। बता दें आजम पर 85 मुकदमें विचाराधीन हैं। इनमे सबसे आधिक मामले उनके तब के हैं जब वो सांसद थे। इससे साफ नज़र आता है कि सत्ता के सहयोग से किस तरह अपराधी जमकर अपराध करतें हैं।