कांग्रेस की स्थिति दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती चली जा रही है। आए दिन कांग्रेस के अंदर आपसी खटपट और आपसी कलह से कांग्रेस का कही ओर भी 'सत्ता' में आने का 'पत्ता' कटता हुआ दिखाई दे रहा है। कांग्रेस पार्टी के अंदर लगातार हो रहे मंत्रियों के इस्तीफे साफ़ तौर पर कॉंग्रेस के खराब नेतृत्व की जानकारी दे रहे है।
अभी हाल ही में राजस्थान में तीन मंन्त्रियो ने अपने इस्तीफे सोनिया गाँधी को सौंपे है, जिसके बाद ये अटकले लगना शुरू हो गई है कि अब गेहलोत सरकार का सारा मंत्रिमंडल इस्तीफ़ा दे सकता है।
इन मंत्रियों ने दिया इस्तीफ़ा
इस्तीफ़ा दिए हुए मंत्रियों में राज्य के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी का नाम शामिल है. कांग्रेस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 22 नवंबर को मंत्रिमंडल का पुनर्गठन हो सकता है. इस नए मंत्रिमंडल में सचिन पायलट खेमे के विधायको को जगह मिल सकती है.
वहीँ, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीनों मंत्रियों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज शाम को राज्यपाल से मुलाकात कर सकते हैं. इन सबके बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री निवास पर अजय माकन और अशोक गहलोत की बैठक जारी है।
मंत्रियों को पास थी दोहरी जिम्मेदारी
जिन मंत्रियों ने इस्तीफ़ा दिया है, उनके पास एक से ज्यादा मंत्रालय संभालने की जिम्मेदारी थी। इस्तीफ़ा दिए हुए मंत्रियों में डोटासरा शिक्षा मंत्री के साथ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं. इसी तरह स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा गुजरात कांग्रेस के प्रभारी हैं. तो वहीं हरीश चौधरी पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हैं. अब तीनों की मंत्री पद से छुट्टी तय मानी जा रही थी. खुद गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा था कि संगठन में अधिक काम है. संगठन उनकी प्राथमिकता है.