मिर्जापुर वेब सीरीज जिसने भी देखी है, वो जानता होगा कि कि वेब सीरीज में उत्तर प्रदेश के शहर मिर्जापुर को किस अपराध व व्यभिचार का केंद्र दर्शाया गया है. लेकिन अब योगी आदित्यनाथ की सरकार की सरकार ने मिर्जापुर की छबि को बदलने व विकसित करने की कार्ययोजना तैयार कर ली है. खबर के मुताबिक़, वाराणसी में बन रहे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर मिर्जापुर में विंध्य कॉरिडोर बनाया जा रहा है, जिसका जल्द ही शिलान्यास होने वाला है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही विंध्यवासिनी माता कॉरिडोर का शिलान्यास कर सकते हैं. इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने के बाद आपको सुंदर, सुसज्जित व भव्य विंध्य धाम देखने को मिलेगा. भवनों-दुकानों के ध्वस्तीकरण का काम चल रहा है अभी विंध्यवासिनी माता कॉरिडोर के अंतर्गत आने वाले भवनों और निर्माण को गिराने की प्रक्रिया चल रही है. बुधवार को मिर्जापुर के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने निर्माणाधीन कॉरिडोर का निरीक्षण किया था और 15 जून तक ध्वस्तीकरण प्रक्रिया समाप्त कर मलबा हटाने का निर्देश दिया था.
बता दें कि विंध्यवासिनी माता कॉरिडोर का निर्माण 331 करोड़ की लागत से हो रहा है. प्रथम चरण में मंदिर तक जाने वाली गलियों को चौड़ा करने का काम किया जा रहा है. मकानों और दुकानों की रजिस्ट्री कराने के बाद इनका ध्वस्तीकरण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और इसके मलबे को हटाने कार्य चल रहा है. मुख्यमंत्री योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्यासिनी कॉरिडोर दूसरे चरण में विंध्यवासिनी माता कॉरिडोर के शिलान्यास के बाद इसको भव्य रूप देने का कार्य शुरू होगा.
बता दें कि विंध्य कॉरीडोर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है. वह खुद इसके निर्माण को लेकर विशेष रुचि ले रहे हैं. इसको देखते हुए जिला प्रशासन भी प्रथम चरण का कार्य जल्द पूरा करने के लिए प्रयासरत है. इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत विंध्याचल मंदिर के साथ कालीखोह और अष्टभुजा मंदिर और उसके आसपास के इलाकों को भी सजाया और संवारा जाएगा.