उत्तराखंड की केदारघाटी आज (2 मई) अलसुबह शिवभक्तों की जयकारों से थर्रा उठी, जब शुक्रवार तड़के ठीक 7 बजे वृष लग्न में बाबा केदारनाथ के पवित्र कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस पावन क्षण का साक्षी बनने के लिए हजारों श्रद्धालु बर्फीली वादियों में उमड़ पड़े। जैसे ही कपाट खुले, "हर-हर महादेव" और "जय शिव शंकर" के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।
इस ऐतिहासिक क्षण से कुछ ही पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धाम पहुंचे और कपाट खुलने के पश्चात भगवान केदारनाथ के चरणों में शीश नवाया। सबसे अहम बात यह रही कि बाबा केदार की पहली पूजा इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से संपन्न हुई – जो इस बात का प्रमाण है कि राष्ट्र के कण-कण में भक्ति और आस्था के साथ नेतृत्व की मौजूदगी भी अनूठे रूप में विद्यमान है।
108 क्विंटल फूलों से सजाया गया धाम
केदारनाथ मंदिर को इस बार विशेष रूप से 108 क्विंटल फूलों और मालाओं से सजाया गया। जैसे ही कपाट खुले, हेलिकॉप्टरों से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की गई – एक दृश्य जिसने हर भक्त की आंखें नम कर दीं। चारधाम यात्रा अब पूरी गति पकड़ रही है और दो दिन बाद बद्रीनाथ धाम के कपाट भी खोल दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “सरकार ने यह पक्का किया है कि श्रद्धालुओं की यात्रा न सिर्फ भक्ति से भरी हो, बल्कि पूरी तरह सुरक्षित और व्यवस्थित भी हो।”
केदारनाथ में रात्रि ठहराव की जबरदस्त व्यवस्था
सरकार और बदरी-केदार मंदिर समिति ने इस बार रात्रि प्रवास की व्यापक तैयारी की है। लगभग 15 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं के ठहरने का इंतज़ाम किया गया है। इसके साथ ही दर्शन को व्यवस्थित रखने के लिए टोकन सिस्टम भी लागू कर दिया गया है।
आज तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट भी होंगे भक्तों के लिए उद्घाटित
केवल केदारनाथ ही नहीं, बल्कि तृतीय केदार तुंगनाथ धाम भी आज खुल रहा है। बाबा तुंगनाथ की चल विग्रह डोली गुरुवार को भूतनाथ मंदिर से रवाना होकर चोपता पहुंची और अब शुक्रवार सुबह 10:15 बजे शुभ मुहूर्त में मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। इस अवसर के लिए तुंगनाथ मंदिर को भी आकर्षक पुष्पसज्जा से सुसज्जित किया गया है।