अपने नाम के पीछे "ठाकुर" क्यों लिखता था दुर्दांत अपराधी अनवर ? जातिवाद के इस जहर की जड़ कहीं यहीं तो नहीं ?
हिंदुओं में जातिवाद का जहर घोलने के लिए क्या अब आगे कर दिए गए है अपराधी ?
जिस प्रकार से अपराधियों और आतंकियों ने ना सिर्फ हिंदुओं के विरुद्ध सशस्त्र अभियान छेड़ रखा है इसके साइड इफेक्ट कहीं-कहीं से साफ तौर पर विकास दुबे नाम के दुर्दांत हत्यारे की मौत में देखे जा रहे हैं । अपने आपराधिक इतिहास में सबसे ज्यादा ब्राह्मणों का ही हत्या करवाने वाला विकास दुबे जिस प्रकार से जातिवाद का सिंबल बना के दुरुपयोग हो रहा है वह हर किसी को हैरान कर देने वाला है । लेकिन दिल्ली में गिरफ्तार हुए अनवर नाम के दुर्दांत अपराधी और दाऊद इब्राहिम के गैंग के इस साजिशकर्ता की गिरफ्तारी से एक सवाल जरूर खड़ा हुआ है कि अशरफ का भाई अनवर अपने नाम में ठाकुर क्यों लगाता था?
दिल्ली पुलिस ने दाऊद के जिस गुर्गे अनवर को गिरफ्तार किया वह अपने नाम में ठाकुर लगाया करता था। हैरानी की बात तो यह है कि अब तक इस पर किसी का ध्यान नहीं गया और अगर ध्यान गया भी तो किसी ने इस पर सवाल नहीं खड़े किए। दिल्ली पुलिस ने भी कम से कम इस एंगल पर कोई जांच पड़ताल नहीं की कि वह अपने नाम में ठाकुर क्या सोच और किस मानसिकता के चलते लगाया करता था? फिलहाल माना यही जा रहा है कि कहीं न कहीं उसके पीछे हिंदू समाज के किसी न किसी अंग को बदनाम करने की एक बड़ी साजिश भी हो सकती है जिसका खुलासा होना बेहद जरूरी है।
मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने सदर बाजार थाना परिसर में पुलिस के मुखबिर की हत्या में शामिल रहे दाऊद इब्राहिम के गुर्गे दिल्ली क्राइम ब्रांच ने सदर बाजार थाना परिसर में पुलिस के मुखबिर की हत्या में शामिल रहे दाऊद इब्राहिम के गुर्गे व कुख्यात गैंगस्टर अनवर ठाकुर को गिरफ्तार किया है। उसे हत्या के आरोप में उम्रकैद हो चुकी थी। वह पैरोल पर बाहर आया और फरार हो गया था। इसके पास से ब्राजील निर्मित करीब 22 लाख कीमत की ब्रैटा पिस्टल और कारतूस बरामद हुए हैं। पूछताछ में पता चला कि वह छेनू पहलवान गिरोह को दोबारा खड़ा करने के प्रयास में जुटा था। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, मूल रूप से यूपी के मेरठ जिले का निवासी अनवर ठाकुर फरारी के बाद से मयूर विहार फेज-1 में रह रहा था। शुक्रवार को एसआई अशोक मलिक को सूचना मिली थी कि छेनू पहलवान के जेल जाने के बाद उसका गैंग दोबारा सक्रिय हो रहा है। गिरोह के बदमाशों से मिलने कभी दाऊद का गुर्गा रहा अनवर ठाकुर वजीराबाद रोड के नजदीक चांद बाग इलाके में आएगा।
पुलिस ने जाल बिछाकर अनवर को गिरफ्तार कर लिया। इस बदमाश ने सदर बाजार थाने के भीतर पुलिस के मुखबिर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसी साल 17 मार्च को वह पैरोल पर बाहर आया था। पैरोल खत्म होने के बाद वह फरार हो गया था। इसका बड़ा भाई अशरफ भी कुख्यात बदमाश था। वह 2002 में मुंबई में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था। बदमाश फजलू रहमान से भी इनके संबंध थे।
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