गुजरात में हाल ही में हुए नेतृत्व बदलाव के बाद मंगलवार को कैबिनेट विस्तार पर भी मुहर लग सकती है. रविवार को विजय रूपाणी (Vijay Rupani) के इस्तीफा देने के बाद विधायक भूपेंद्र पटेल को सीएम बनाने का निर्णय लिया गया था. सोमवार को उन्होंने राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी. खबरें आई थी कि राज्य में मंत्री पद पाने की कोशिश में लगे कुछ नेताओं ने पटेल से मुलाकात भी की थी. कहा जा रहा है कि दिसंबर 2022 में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने यह बदलाव किए हैं. पटेल "पाटीदार" समुदाय से आते हैं.
भाजपा गुजरात इकाई के प्रवक्ता यमल व्यास ने कहा था कि प्रक्रिया के तहत मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में उनके नामों की घोषणा की जाएगी. सूत्रों का कहना है कि नितिन पटेल को नये मंत्रिमंडल में बनाये रखा जाएगा या नहीं, इसको लेकर पार्टी में अटकलें लगाई जा रही हैं. नितिन पटेल विजय रूपाणी के नेतृत्व वाले कैबिनेट में उप मुख्यमंत्री थे. साथ ही रूपाणी मंत्रिमंडल में वरिष्ठ मंत्री भूपेंद्रसिंह चूडास्मा, आर सी फालदू और कौशिक पटेल को नये मंत्रिमंडल में बनाए रखने को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं.
पार्टी सूत्रों ने कहा कि जहां तक संभव होगा, वरिष्ठ नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल करने का प्रयास किया जाएगा. पार्टी सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नयी दिल्ली रवाना होने से पहले सोमवार रात पटेल और पाटिल से मुलाकात की थी. उन्होंने कहा कि इस दौरान मंत्रिमंडल गठन पर संभावित चर्चा हुई थी. पटेल को रविवार को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था.
लगातार बदलाव के पथ पर बीजेपी
गुजरात से पहले बीजेपी ने कर्नाटक में भी सत्ता नेतृत्व में बदलाव किए थे. पार्टी के वरिष्ठ नेता बीएस येडियुरप्पा के स्थान पर राज्य में गृहमंत्री की भूमिका निभा रहे बासवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया गया था. इसके अलावा उत्तराखंड में भी दो बार सीएम का चेहरा बदला जा चुका है. यहां पहले तीरथ सिंह रावत को सीएम बनाया गया था, लेकिन कुछ समय बाद ही कमान पुष्कर सिंह धामी के हाथों में दे दी गई थी.