देवभूमि उत्तराखंड में एक बार फिर से सियासी उलटफेर हुआ है. करीब तीन महीने पहले उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में कमान संभालने वाले तीरथ सिंह रावत ने पार्टी आलाकमान से मुलाकात के बाद इस्तीफा दे दिया है. तीरथ सिंह रावत से राज्य के कई नेता नाराज चल रहे थे ऐसे में पार्टी आलाकमान ने उन्हें दिल्ली बुलाया था. जहां पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद उन्होंने देहरादून लौटने से पहले ही इस्तीफा दे दिया है.
तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफे में जनप्रतिधि कानून की धारा 191 ए का हवाला दिया है और कहा है कि वो अगले 6 महीने में चुनकर दोबारा नहीं आ सकते. बीजेपी अध्यक्ष नड्डा को भेजे अपने खत में तीरथ सिंह रावत ने कहा कि मैं 6 महीने के अंदर दोबारा नहीं चुना जा सकता. ये एक संवैधानिक बाध्यता है. इसलिए अब पार्टी के सामने मैं अब कोई संकट नहीं पैदा करना चाहता और मैं अपने पद से इस्ताफा दे रहा हूं. आप मेरी जगह किसी नए नेता का चुनाव कर लें.
मुख्यमंत्री रावत ने इस्तीफे की औपचारिकता पूरी करने के लिए उत्तराखंड के राज्यपाल से मिलने के लिए समय मांगा है. बताया जा रहा है कि वक्त मिलते ही तीरथ सिंह रावत गवर्नर हाउस पहुंचकर आधिकारिक तौर पर गवर्नर को अपना इस्तीफा सौंप देंगे. उत्तराखंड में नया सीएम कौन होगा, ये तो वक्त बताएगा, लेकिन अभी चार नेताओं के नाम आगे चल रहे हैं. इनमें सतपाल महाराज, रेखा खंडूरी, पुष्कर सिंह धामी और धन सिंह रावत शामिल हैं.