दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा मामले में एंजसियों ने अपनी जांच बढ़ा दी है। जो इस दंगे पर मुख्य आरोपी थे उनकी अब उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। गृह मंत्रालय ने हिंसा में शामिल 5 आरोपियों पर एनएसए लगाया है। इन 5 आरोपियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी। गृह मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि हिंसा के मुख्य आरोपी अंसार, सलीम, सोनू शेख, दिलशादी और अहीद के खिलाफ नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की धर पकड़ में लगी हुई है। मंगलवार देर शाम दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने हिंसा के एक और आरोपी गुलाम रसूल उर्फ गुल्ली को गिरफ्तार किया है। गुलाम रसूल पर आरोप है कि उनसे सोनू शेख को फायरिंग के लिए हथियार सप्लाई किए थे।
दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने सोमवार को बताया था कि हिंसा मामले की जांच अपराध शाखा को सौंपी गई है और इसके लिए 14 टीमें बनाई गई हैं। पुलिस के अनुसार, वह 200 से अधिक वीडियो की पड़ताल कर रहे हैं ताकि उन लोगों की पहचान की जा सके जो हिंसा के पीछे थे।
इलाके में 24 घंटे 500 से ज्यादा पुलिस कर्मियों और अतिरिक्त बलों की छह कंपनियों को तैनात रखा गया है। पुलिस ने बताया कि आंसू गैस से लैस और पानी की बौछार करने वाले कुल 80 दलों को तैनात रखा गया है। संवेदनशील इलाकों में छतों पर निगरानी रखने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।