सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग करे

Donation

देवर्षि नारद जी के मंदिर पर कब्जा कर बना दी मजार... जिहादियों की कुदृष्टि का शिकार हुआ महाराष्ट्र में देवर्षि का एकमात्र मंदिर

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के नेवासा तहसील के मालसापुरी गांव स्थित श्री नारद मुनि जी के एतिहासिक प्राचीन मंदिर पर जिहादियों की कुदृष्टि पड़ गई है. खबर के मुताबिक, नारद जी के मंदिर के अंदर जिहादियों ने मजार बना दी है, जिससे स्थानीय हिंदू समाज व संगठन नाराज हैं.

Shanti Kumari
  • Jan 12 2022 10:28AM
नारद मुनि का नाम आते ही कानों में एक ही शब्द गूंजता है 'नारायण-नारायण'. नारद मुनि जो भगवान नारायण के परम भक्त व देवताओं के बीच संवाद तंत्र थे, वह हिन्दू शास्त्रों के अनुसार ब्रह्मा जी के मानस पुत्रों में से एक माने गए हैं. ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार, संगीत और वीणा के जनक देव ऋषि नारद का जन्म सृष्टिकर्ता ब्रह्माजी के कंठ से हुआ था. इन्हें तीनों लोकों में वायु मार्ग द्वारा विचरण करने का वरदान प्राप्त है.

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के  नेवासा तहसील के मालसापुरी गांव स्थित श्री नारद मुनि जी के एतिहासिक प्राचीन मंदिर पर जिहादियों की कुदृष्टि पड़ गई है. खबर के मुताबिक, नारद जी के मंदिर के अंदर जिहादियों ने मजार बना दी है, जिससे स्थानीय हिंदू समाज व संगठन नाराज हैं.

आपको बता दें कि महाराष्ट्र में यह एकमात्र मंदिर है जो श्री नारद मुनि जी का है. ये मंदिर बहुत ही प्राचीन और पुराना मंदिर है. इस मंदिर को लेकर एक कथा प्रचलित है कि समुद्र मंथन के वक्त जो अमृत निकला था, उसे दानवों से बचाने के लिए भगवान विष्णु ने जब मोहिनी रूप लिया था तो यहीं पर आकर उन्होंने देवताओं को अमृत पिलाया था.

उस वक्त नारद मुनि जी भी विष्णु जी के साथ यहां आए थे जिसके चलते उनका यह मंदिर यहां बना था. अब इस मंदिर के अंदर आज जिहादियों ने जबरदस्ती अंदर कब्जा करके मजार बना दिया. अब हिंदू संगठन की मांग है कि इस पवित्र मंदिर से मजार को हटाकर फिर से श्री नारद मुनि जी के मंदिर को पवित्र किया जाए. अगर ऐसा नहीं होता है तो एक जन आंदोलन खड़ा करेंगे.

सहयोग करें

हम देशहित के मुद्दों को आप लोगों के सामने मजबूती से रखते हैं। जिसके कारण विरोधी और देश द्रोही ताकत हमें और हमारे संस्थान को आर्थिक हानी पहुँचाने में लगे रहते हैं। देश विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए हमारे हाथ को मजबूत करें। ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग करें।
Pay

ताज़ा खबरों की अपडेट अपने मोबाइल पर पाने के लिए डाउनलोड करे सुदर्शन न्यूज़ का मोबाइल एप्प

Comments

संबंधि‍त ख़बरें

ताजा समाचार