मध्य प्रदेश में लव जिहादियों की कुटिल चालें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। भोपाल, इंदौर, उज्जैन के बाद अब छतरपुर में एक हिंदू महिला को पहले 'समीर तिवारी' बनकर फंसाया गया, फिर निकाह कर जबरन इस्लामी जिंदगी जीने को मजबूर किया गया। यह मामला महज धोखे का नहीं, हिंदू अस्मिता पर सीधा हमला है।
28 वर्षीय पीड़िता जबलपुर की रहने वाली है और पहले से शादीशुदा थी। दो बच्चों की मां इस महिला को 'समीर तिवारी' ने प्रेम के झूठे मायाजाल में फंसाया। पहले पति से तलाक दिलवाया गया, फिर हिंदू रीति से जटाशंकर धाम में शादी की गई। लेकिन कुछ समय बाद महिला को पता चला कि ये समीर नहीं बल्कि एक मुसलमान युवक 'साहिल खान' है, जो शुरू से ही धार्मिक पहचान छिपाकर हिंदू महिला को शिकार बना रहा था।
धर्म का झांसा, फिर धोखा
जब महिला ने सच्चाई का विरोध किया तो आरोपी ने नाटक किया कि वो उसके धर्म का सम्मान करेगा, मांस खाना छोड़ देगा और हिंदू परंपराओं का पालन करेगा। इसी बहाने से 13 दिसंबर 2024 को महिला से काजी के जरिए निकाह भी कर लिया गया।
लव जिहाद की चरम क्रूरता
निकाह के बाद महिला की ज़िंदगी नर्क बना दी गई। शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना की सीमाएं तोड़ी गईं। जबरन चिकन-मटन खिलाया गया, पूजा-पाठ से रोका गया, तीन लाख रुपये और गहने हड़प लिए गए। महिला को कमरे में बंद कर पीटा गया, जान से मारने की धमकी दी गई।
14 KM पैदल चलकर पहुंची थाने
प्रताड़ना से तंग आकर पीड़िता ने 26 अप्रैल को किसी तरह कमरे से भागने की हिम्मत की। नंगे पैर 14 किलोमीटर पैदल चलकर मातगुवां से छतरपुर कोतवाली थाने पहुंची और शिकायत दर्ज कराई। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया कि, पीड़िता का कहना है कि आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देता था और कहता था कि अब वो दूसरी शादी करेगा।