महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार अपने पतन के करीब पहुंच चुकी है? सियासी गलियारों में ये चर्चा राज्य में सरकार कीसहयोग कांग्रेस पार्टी के रुख तथा बयान को बड़ी तेजी से हो रही है. Maharashtra Congress President Nana Patole ने स्पष्ट कह दिया है कि कांग्रेस अब महाविकास आघाडी में नहीं रहेगी. उन्होंने यह तय कर लिया है कि कांग्रेस अगला चुनाव एनसीपी और शिवसेना के साथ मिलकर नहीं लड़ेगी. कांग्रेस आने वाले लोकसभा, विधानसभा सहित सभी स्थानीय चुनाव अकेले लड़ेगी.
12 जून को नाना पटोले के इस बयान के बाद स्थानीय स्तर पर कांग्रेस के पदाधिकारी काम पर लग गए हैं. शरद पवार और ठाकरे परिवार के इक्वेशन में कांग्रेस मिसिंग राज्य में महाविकास आघाडी सरकार में तीनों पार्टियों के नेताओं के अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं. शरद पवार ने एनसीपी के वार्षिक कार्यक्रम में शिवसेना की काफी तारीफ की थी. उन्होंने शिवसेना के साथ आगे भी लोकसभा और विधानसभा सहित सभी चुनावों में साथ रहने की उम्मीद जताई थी. कांग्रेस का जिक्र नहीं होने पर जाहिर है, बात लगनी ही थी.
इस बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर मुंबई आए, उनकी शरद पवार के साथ साढ़े तीन घंटे बैठक हुई. कहा जा रहा है कि इस बैठक में गैर भाजपा और गैर कांग्रेस जैसे किसी गठबंधन को बनाए जाने पर चर्चा हुई है. इस बात से कांग्रेस उखड़ी हुई है तथा नाना पटोले ने स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस अब महा विकास आघाडी में नहीं है तथा आगामी चुनाव कांग्रेस अपने दम पर अकेले ही लड़ेगी. नाना पटोले के इस बयान के बाद उद्धव ठाकरे सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
नाना पटोले ने अपने बयान में यह स्पष्ट कहा कि हम पहले ही आने वाले सभी चुनावों के लिए अपनी स्थिति स्पष्ट कर देना चाहते हैं. अगर हमने आज कहा कि हम साथ-साथ हैं और ऐन चुनाव के वक्त हमने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी तो कहा जाएगा कि हमने पीठ पर छुरा भोंका. इसलिए हम आज ही यह घोषणा करते हैं कि हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे. किसी के साथ मिलकर नहीं लड़ेंगे.