पश्चिम बंगाल में भबानीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव का मैदान सज चुका है. एकतरफ सत्तारूढ़ TMC की तरफ से मुख्यमंत्री स्वयं मैदान में हैं तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने प्रियंका टिबरेवाल को मैदान में उतारा है. जिस तरह सुवेंदु अधिकारी ने विधानसभा चुनावों में नंदीग्राम सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हराया था, उसे देखते हुए भबानीपुर विधानसभा सीट पर देश भर की नजरें टिकी हुई हैं.
एकतरफ TMC ममता बनर्जी की जीत का बड़ा दावा कर रही है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी की मानें तो प्रियंका टिबरेवाल भबानीपुर में ममता बनर्जी के साथ वही करने वाली हैं जो नंदीग्राम में सुवेंदु अधिकारी ने किया था. स्वयं सुवेंदु अधिकारी इस बात का दावा कर चुके हैं कि अगर भबानीपुर में 60 से 65 फीसदी मतदान हो गया तो ममता बनर्जी चुनाव हार जाएंगी तथा बंगाल की बेटी प्रियंका टिबरेवाल की विजय होगी.
इसबीच भबानीपुर उपचुनाव से एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी के बीच का अंतर साफ नजर आ रहा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व भवानीपुर विधानसभा सीट से टीएमसी प्रत्याशी ममता बनर्जी सोमवार को अचानक क्षेत्र की सोला आना मस्जिद पहुंच गईं. यहां उन्होंने क्षेत्र के लोगों से मुलाकात की. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मस्जिद पहुंच गए और उनसे चर्चा के बाद तस्वीरें ली गईं.
एकतरफ ममता बनर्जी ने मस्जिद जाकर अपना चुनाव प्रचार शुरू किया है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी प्रयाशी प्रियंका टिबरेवाल ने मंदिर दर्शन से अपना चुनाव प्रचार शुरू किया था. शनिवार को प्रियंका ने कोलकाता के कालीघाट मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की. कालीघाट मंदिर में पूजा अर्चना के बाद प्रियंका ने चुनाव बाद हुई हिंसा को लेकर ममता बनर्जी पर तंज कसा था.
प्रियंका ने कहा कि उन्होंने राज्य में हो रहे अन्याय के खिलाफ लोगों की सुरक्षा के लिए देवी काली से प्रार्थना की. प्रियंका ने कहा कि उनकी लड़ाई सत्ता में मौजूद उस पार्टी के खिलाफ है, जिसने जनता के खिलाफ अन्याय और हिंसा को बढ़ावा दिया है. कालीघाट में ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का घर है और यह इलाका भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में ही आता है. बता दें, बंगाल की तीन सीटों के लिए 30 सितंबर को उपचुनाव हो रहा है. इनमें भवानीपुर सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं. भाजपा ने उनके मुकाबले प्रियंका टिबरेवाल को मैदान में उतारा है.