जम्मू कश्मीर में बिगड़ते हालात और हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार को मध्यनजर रखते हुए अब केंद्र सरकार ने वहां रह रहे हिन्दुओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी सेना को दे दी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से उन क्षेत्रों के लिए एक हवाई निगरानी कवर लगाया है। जहां अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रह रहे हैं।
शहर के केंद्र लाल चौक और आसपास के इलाकों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आज के जम्मू-कश्मीर दौरे के लिए आतंकी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए चौकसी बरती जा रही है।
शाह के दौरे से पहले शुक्रवार को श्रीनगर के प्रताप पार्क इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ ने ड्रोन का परीक्षण किया। सीआरपीएफ के डीआईजी (ऑपरेशंस) मैथ्यू-ए जॉन ने कहा कि सीआरपीएफ ने पुलिस के साथ ड्रोन का परीक्षण किया है, जिसका इस्तेमाल उन क्षेत्रों की निगरानी के लिए किया जाएगा जहां अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और गैर स्थानीय मजदूरों पर हालिया हमलों के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। मैथ्यू ने कहा कि लाल चौक और उसके आसपास के इलाकों में भी हवाई निगरानी की जाएगी। उन्होंने कहा कि लाल चौक में संदिग्धों पर कड़ी नजर रखने के लिए पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा संयुक्त रूप से चौबीसों घंटे अतिरिक्त नाके लगाए गए हैं।
आपको बता दें शाह आज सबसे पहले श्रीनगर पहुंचेंगे। इस दौरान उनके साथ गृह सचिव ए.के. भल्ला, गृह मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, अधिकांश केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और आईबी सहित खुफिया एजेंसियों के प्रमुख होंगे वह उधमपुर और हंदवाड़ा के लिए दो नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों (जीएमसी) की आधारशिला रखेंगे, जिसके बाद वह पहली श्रीनगर-शारजाह सीधी उड़ान को हरी झंडी दिखाएंगे।
इसके बाद वह जम्मू शहर में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। वह रविवार को जम्मू में एक आईआईटी ब्लॉक का भी उद्घाटन करेंगे। गृह मंत्री श्रीनगर में एक शीर्ष स्तरीय बैठक भी करेंगे जो आतंकवादियों द्वारा लक्षित नागरिकों की हत्या के बाद पहली बड़ी सुरक्षा समीक्षा होगी। पीएमओ में केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी बैठक में शामिल होंगे।