कुछ महीनों पहले ही हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में विजय हासिल करने के लिए तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने खेला होवे का नारा दिया था. बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच हुए सियासी महासंग्राम में TMC ने बड़ी जीत हासिल की थी. सीएम ममता बनर्जी ने इसे खेला होबे नारा की जीत बताया था. लेकिन बंगाल चुनाव परिणाम के बाद वहां जो हुआ, उसे देख पूरा देश काँप उठा.
आरोप लगे कि 2 मई को आए चुनाव परिणामों के बाद TMC काडर ने पश्चिम बंगाल में चुन चुन कर बीजेपी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया, आगजनी की, ह्त्या व बलात्कार तक किये गए. हालाँकि इससे पहले भी राज्य से इस तरह की भयावह घटनाओं की ख़बरें सामने आ रही थी. इसके बाद कोलकाता हाईकोर्ट ने राज्य में चुनाव बाद हुई हिंसा की सीबीआई जांच के आदेश दिए. इसके बाद अब जो खबर सामने आई है, वो दिल दहला देने वाली तो है ही, साथ ही राजनीति के गिरते स्तर का भी प्रतीक है, स्वयं को संविधान तथा लोकतंत्र का रक्षक बताने वालीं ममता बनर्जी को आईना दिखाने वाली भी है.
आपको बता दें कि जब बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं को लगातार निशाना बनाया गया था, तो इनमें एक 31 साल के दिलीप कीर्तनिया भी थे. उनका शव नदिया के चकदह में 18 अप्रैल को मिला था. हाई कोर्ट ने 19 अगस्त को केंद्रीय एजेंसी को जाँच का आदेश देते हुए 6 सप्ताह के भीतर स्टेटस रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे. इस सिलसिले में सीबीआई अब तक 34 केस दर्ज कर चुकी है. इनमें से एक मामला दिलीप कीर्तनिया से भी जुड़ा है.
सीबीआई की वेबसाइट पर इससे जुड़ा एफआईआर उपलब्ध है. इसमें शिकायकर्ता दीनानाथ कीर्तनिया ने बताया है कि किस तरह उनके भाई दिलीप की हत्या की गई. उन्होंने बताया कि उनके परिवार का लंबे समय से बीजेपी से जुड़ाव रहा है. दिलीप पार्टी की सक्रिय कार्यकर्ता थे. उनके परिवार को बीजेपी के लिए काम नहीं करने की धमकी दी गई थी. इस मामले में 9 लोग आरोपित बनाए गए हैं जिनके नाम एफआईआर में दर्ज हैं.
सीबीआई द्वारा लिखी गई इस FIR के मुताबिक, 17 अप्रैल को दिलीप बीजेपी के बूथ कैंप ऑफिस में काम कर रहे थे. इसी दौरान दोपहर के करीब 2:30 बजे उनलोगों ने उन्हें फिर धमकी दी. उनसे कहा- तू अब भी BJP के लिए काम कर रहा है, आज तुझे मार डालेंगे. दीनानाथ ने अपनी शिकायत में कहा है कि पार्टी ऑफिस से काम निपटाने के बाद दिलीप घर लौट आए। खाना खाया. टीवी देखा और फिर सो गए. रात के करीब एक बजे वे पेशाब के लिए घर से बाहर निकले और इसी दौरान उन पर पीछे से हमला किया गया.
सुबह के 5 बजे उनकी माँ ने अपने बेटे का शव देखा। दीनानाथ के मुताबिक दिलीप की हत्या के लिए बदमाश उनके घर के बाहर घात लगाए बैठे थे. उनके सिर पर किसी भारी चीज से वार किया गया. वे जिंदा नहीं बचे यह सुनिश्चित करने के लिए उनका गला और अंडकोष दबाया गया. माँ ने सुबह जब उनकी लाश देखी तो उनके मुँह और नाक से खून बह रहा था. दीनानाथ के अनुसार उनके भाई की हत्या करने वाले इलाके के कुख्यात बदमाश हैं.