उत्तर प्रदेश जिला पंचायत अध्यक्ष चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की है. बीजेपी ने 75 में से 67 सीटों पर कब्जा जमाया है तो वहीं सपा RLD गठबंधन मात्र 6 सीटों पर सिमट गया है. वहीं कांग्रेस पार्टी को एक भी सीट हासिल नहीं हुई है. यहाँ तक कि Sonia Gandhi के संसदीय क्षेत्र Rae Bareli जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भी कांग्रेस को झटका लगा है. यहां सपा की बैसाखी का सहारा लेने के बाद भी कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा.
रायबरेली से बीजेपी समर्थित रंजना चौधरी ने 52 में से 30 मत पाकर कांग्रेस की आरती सिंह को 8 मतों से पराजित किया है तथा रायबरेली में कमल खिलाया है. यहाँ से कांग्रेस की आरती को 22 मत मिले हैं. अपनी जीत के बाद बीजेपी समर्थित उम्मीदवार रंजना चौधरी ने कहा कि जिसने साथ दिया जिसने नहीं दिया मैं सभी का धन्यवाद देना चाहती हूं. किसी के विश्वास को जीतना हम अच्छी तरीके से जानते हैं. कांग्रेस पर तंज कसते हुए रंजना ने कहा कि विरोधी प्रत्याशी में कोई न कोई कमी होने कारण सदस्यों ने हमें चुना है. अब मैं ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करूंगी.
बता दें कि रंजना को बीजेपी ने डीडीसी का टिकट नहीं दिया था तब रंजना ने बागी होकर चुनाव लड़ा और बीजेपी प्रत्याशी को शिकस्त दे दी थी. बाद में पार्टी ने उन्हें ही जिला पंचायत अध्यक्ष का उम्मीदवार बनाया. इस पर रंजना ने पार्टी को भी धन्यवाद बोला है. रायबरेली में कुल 52 डीडीसी सीटें थीं. इसमें से चौदह सीटों पर सपा का तो कांग्रेस का 13 पर कब्जा था. बीजेपी को महज 10 डीडीसी सीटें ही मिली थीं जबकि 15 निर्दलीय डीडीसी जीते थे.
जिला पंचायत चुनाव के अंतिम समय नामांकन से ठीक पहले सपा ने प्रत्याशी नहीं उतारकर कांग्रेस प्रत्याशी आरती सिंह को समर्थन दे दिया था. आरती सिंह पूर्व सांसद अशोक सिंह की बहू हैं. बावजूद इसके कांग्रेस अपने गढ़ को नहीं बचा पाई. या यूं कहा जाए कि बीजेपी निर्दलीय जिला पंचायत सदस्यों को साधने में कामयाब रही और कांग्रेस इन्हें मैनेज करने में नाकाम हो गई तथा बीजेपी ने रायबरेली जिला पंचायत अध्यक्ष पर जीत हासिल कर ली.