उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एक साहसिक कदम उठाते हुए एक मुस्लिम युवती ने न केवल हिंदू धर्म स्वीकार किया बल्कि अपने प्रेमी हिंदू युवक से विवाह भी रचा लिया। युवती नरगिस ने बताया कि उसने डेढ़ वर्ष पूर्व ही कट्टर मजहबी बंधनों को तोड़ते हुए स्वेच्छा से सनातन धर्म अपना लिया था। बीते छह महीने से वह हिंदू युवक रितिक चौधरी के साथ रह रही थी और 28 अप्रैल 2025 को दोनों ने विधिवत विवाह कर लिया।
अब वही युवती कट्टरपंथियों के निशाने पर है। नरगिस का आरोप है कि उसके अपने ही परिवार के लोग इस विवाह से बौखलाए हुए हैं और उसके पति समेत ससुराल वालों को जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। डर के साये में जी रही नरगिस ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
कट्टरपंथियों की बौखलाहट आयी सामने
जेवर इलाके में रहने वाली नरगिस के मुताबिक उसने न केवल स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन किया है बल्कि कोर्ट में भी स्पष्ट रूप से अपने बयान दिए हैं। हरिद्वार की अदालत में शपथपूर्वक दिए बयान में उसने बताया कि उसकी उम्र 20 वर्ष है और उसने सोच-समझकर सनातन धर्म अपनाया है। यह फैसला उसने महिलाओं पर हो रहे मजहबी अत्याचारों को देखते हुए लिया।
झूठे केस और धमकियों की साजिश
नरगिस ने बताया कि 30 अप्रैल को उसके पति को बाजार में रोककर उसके कट्टरपंथी रिश्तेदारों ने न केवल गालियां दीं, बल्कि झूठे केस में फंसाने और जान से मारने तक की धमकी दी। इस पूरे मामले को लेकर युवती ने स्पष्ट किया कि वह अपने निर्णय पर अडिग है और किसी प्रकार की जबरदस्ती नहीं हुई है।
कई सवाल, जिनका जवाब समाज को देना होगा
इस घटना ने एक बार फिर दिखा दिया है कि जब कोई मुस्लिम महिला अपनी इच्छा से सनातन मार्ग चुनती है, तो कथित ‘धर्मनिरपेक्ष’ समाज और तथाकथित प्रगतिशील जमात कैसे चुप्पी साध लेता है। क्या इसे 'महिला की आज़ादी' का हनन नहीं माना जाना चाहिए?