छत्तीसगढ़ के बिलासपुर मे तैनात एक पुलिस इंस्पेक्टर को सजा के तौर पर एक साल के लिए डिमोशन कर के दरोगा बना दिया गया है। IG के आदेश पर मंगलवार (6 मई 2025) को सजा पाए इस दागी इंस्पेक्टर का नाम कलीम खान है। कलीम पर एक महिला से रिश्वत माँगने और उसी के यौन शोषण का आरोप लगा था। कलीम ने ये दोनों डिमांड एक केस मे पकड़े गए पीडिता के पति की कानूनी तौर पर मदद करने के नाम पर की थी। विभागीय जाँच में ये आरोप सही पाए गए।
यह मामला साल 2020 का है। तब कलीम खान बिलासपुर में TI के पद पर तैनात थे। उस समय मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर 3 आरोपितों द्वारा कुछ अभ्यर्थियों से 82 लाख रुपयों की ठगी का केस दर्ज हुआ था। तब कलीम खान के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के लगभग 7 महीने के बाद 2021 में जेल भेजे गए तीनों आरोपितों में से एक की पत्नी ने पुलिस के सीनियर अधिकारियों को शिकायत दी।
इस शिकायत में बताया गया था कि कलीम खान ने केस में उसके पति को राहत दिलाने के नाम पर रिश्वत माँगी थी। यही नहीं, मदद का झाँसा दे कर कलीम खान ने पीड़िता का यौन शोषण भी किया। तब बिलासपुर पुलिस के IG ने पूरे मामले की निष्पक्ष जाँच के आदेश दिए थे। सबूतों के आधार पर हुई इस जाँच में महिला के तमाम आरोप सही पाए गए थे।
लम्बे समय तक चली जाँच के बाद आरोपों की पुष्टि होने के बाद बिलासपुर रेंज के IG संजीव शुक्ला ने 6 मई 2025 को इंस्पेक्टर कलीम खान को डिमोट करने के आदेश जारी कर दिए। अब कलीम खान 1 साल के लिए सब इंस्पेक्टर के तौर पर नौकरी करेंगे। कलीम खान फ़िलहाल सरगुजा जिले के साइबर क्राइम थाने में तैनात हैं। माना जा रहा है कि खुद के खिलाफ आए इस फैसले को कलीम खान ट्रिब्यूनल या हाईकोर्ट में चुनौती दे सकते हैं।